महाराष्ट्र विधानसभा में सब कुछ बद’ला हुआ सा नज़र आ रहा था। राजनी’तिक समीकर’णों का गणित सि’र के बल उल’ट गया था। एक दूसरे के धु’र विरो’धी पार्टियां जिनका साथ आना असं’भव समझा जाता था। इसकी वजह थी उनकी विचारधा’रा, जहां शिवसेना की क’ट्टर हिंदूवादी छवि है, वहीं एनसीपी और कांग्रेस सेक्यु’लर छवि का ने’तृत्व करते हैं। लेकिन आज बदले समीकर’णों में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबं’धन का नेतृत्व करते नज़र आ रहे हैं। तो दूसरी ओर तीस सालों से एक साथ गठबं’धन में रहे शिवसेना और बीजेपी के गठबं’धन में टू’ट के बाद बीजेपी विप’क्ष में बैठी नज़र आ रही है।
बता दें कि बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को विप’क्ष का नेता नियु’क्त किया गया है। साथ ही कांग्रेस के नेता नाना पटोले को निर्विरो’ध विधानसभा अध्यक्ष चुना गया है। महाराष्ट्र विधानसभा में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज अल’ग ही अंदा’ज़ में नज़र आ रहे थे। उन्होंने नेता विप’क्ष पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को आ’ड़े हाथों लेते हुए कहा कि “मैं आपको विप’क्ष का नेता नहीं कहूँगा, लेकिन आपको ‘ज़िम्मे’दार नेता’ कहूँगा।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फडणवीस को निशा’ने पर लेते हुए कहा कि “अगर आप हमारे लिए अच्छे होते तो यह सब कुछ (बीजेपी शिवसेना गठबंधन का टू’टना) नहीं होता। ठाकरे का कहना था कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बहुत कुछ सीखा है। वह हमेशा उनके दोस्त रहेंगे। उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि बीते पांच सालों में उन्होंने सर’कार को कभी धो’खा नहीं दिया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और विप’क्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस पर निशा’ना साधते हुए कहा कि “वह एक भाग्यशाली मुख्यमंत्री हैं क्योंकि जिन्होंने उनका विरोध किया वो उनके साथ हैं और जो उनके साथ थे वह विरोध में हैं। मैंने कभी किसी से नहीं कहा कि मैं यहां आ रहा हूं, लेकिन मैं आ गया।”