कानपुर: कानपुर के चकेरी पुलिस स्टेशन की अहिरवां पुलिस चौकी में पुलिस हिरासत में एक दलित शख़्स की मौत के मामले में पूरी पुलिस चौकी को सस्पेंड कर दिया गया है. पुलिस चौकी के सभी 14 पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण और हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है.
चोरी के आरोप में दो दिन पहले पुलिस कमल वाल्मीकि नाम के एक शख्स को पूछताछ के लिए थाने ले आई थी, जिसके बाद कल सुबह पुलिस चौकी में संदिग्ध परिस्थितियों में कमल का शव मिला. कमल के परिवारवालों का आरोप है कि पुलिस पिटाई की वजह से उसकी मौत हुई है. कमल वाल्मीकि के छोटे भाई निर्मल ने बताया, ‘हमें इस तरह पीटा गया मानो हम फुटबॉल हों.’ निर्मल से भी मामले में पूछताछ की गई थी लेकिन भाई की मौत के बाद उसे जाने दिया गया। निर्मल के अनुसार, ‘उन्होंने मुझसे कहा-या तो जुर्म स्वीकार करो वरना हम तुम्हारे भाई को मार देंगे।’
घटना के विरोध में मृतक के परिजनों ने पुलिस चौकी पर पथराव किया और पास की सड़क को जाम कर दिया. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिसके बाद ही पता चल पाएगा कि मृतक ने खुदकुशी की या फिर पुलिस पिटाई की वजह से उसकी मौत हुई है. इस बीच मृतक कमल के साथ हिरासत में लिया गया एक दूसरा शख़्स राजू भी लापता है.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कुछ दिनों पहले इलाके में हुई लूट के मामले में पूछताछ के लिए शिव कटरा के 26 वर्षीय कमल वाल्मीकि को बुधवार रात अहिरवां चौकी लाया गया था और उससे पूछताछ की गई थी, उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया था. गुरुवार दोपहर करीब दो बजे जब एक दो पुलिसकर्मियों को छोड़कर सारे पुलिसकर्मी ड्यूटी पर गए थे, तब उसने संदिग्ध परिस्थितियों में कथित रूप से आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही आनन-फानन में पुलिस के आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए और पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.