तापसी पन्नू इन दिनों बॉलीवुड में अपनी एक लाग पहचान के लिए जानी जाती हैं जहाँ उनकी फ़िल्में सोशल मैसेज दे हैं वहीं वो मस्ती से भरी हल्के मूड की फ़िल्में भी करती हैं। उनके करियर ग्राफ़ को देखने पर पता चलता है कि बीते साल में उन्होंने बेहतरीन ढंग से किरदार चुने हैं। हाल ही में उनकी फ़िल्म मिशन मंगल सफलता के नए परचम लहरा रही है।
तापसी का कहना है कि उन्होंने जानकर ऐसी फ़िल्में चुनी हैं क्योंकि वो चाहती हैं कि वो अपने बच्चों को अपनी फ़िल्में दिखा सकें। अब उन्हें ये तो नहीं पता कि उनका जीवनसाथी कौन होगा और बच्चे कब होंगे इसलिए वो ऐसी फ़िल्में करती हैं जो आर्काइवल वेल्यू की हों और उन्हें लम्बे समय तक याद रखा जाए। आगे मिशन मंगल की बात करते हुए तापसी कहती हैं कि उन्हें जब इस फ़िल्म के लिए अक्षय ने कॉल किया तो कहा था कि कई किरदार हैं वो करना चाहती हैं या नहीं। लेकिन कहानी सुनते ही उन्हें पता था कि उन्हें ये फ़िल्म करनी ही है।
वहीं अपनी अगली फ़िल्म साँड़ की आँख के बारे में बात करते हुए तापसी की आँखें चमक जाती हैं वो कहती हैं कि ये फ़िल्म साठ साल के बाद वालों के लिए हैं। आमतौर पर महिलाएँ अपनी ज़िंदगी दूसरों की सुनते हुए काट देती हैं लेकिन जब वो उम्रदराज़ हो जताई हैं तो अपने मन की कर सकती हैं, ये ही इस फ़िल्म का मैसेज है कि चाहे आपकी उम्र कुछ भी हो आप अपने शौक़ को पूरा कर सकती हैं। आप सोचिए जब 60 साल की महिलाओं ने बंदूक़ उठा ली तो दर्शक तालियाँ कैसे नहीं बजाएँगे।