कोरोना वायरस के इस दौर में लोगों की सुरक्षा करने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट चुका है। बता दें कि उनकी मां का निधन हो गया है और इस बात की जानकारी खुद उन्होंने एक ट्वीट कर के दी है। बता दें कि उनकी मां की उम्र 89 वर्ष थी और उन्होंने रविवार सुबह दिल का दौरा पढ़ने से अपनी जान गवां दी। बता जा रहा है कि उन्हें एम्स में भी भर्ती करवाया गया था लेकिन वह नहीं बच सकी। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा कि “मां टू लौट आ।” उन्होंने कहा कि उनकी मां मार्गदर्शक थीं और अब उनकी जगह कोई और नहीं ले सकता।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी डॉ. हर्षवर्धन की मां के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि “भगवान उनकी आत्मा का शांति दें। परिवार को इस दुख की घड़ी में पीड़ा सहने की शक्ति प्रदान करें।” निधन से पहले उनकी मां कहती थी कि मेरी आंखे बहुत अच्छी हैं। मेरे मरने के बाद इनको किसी को दान कर देना। जिसके चलते रविवार सुबह उनके निधन के बाद उनकी आंखें एम्स में दान कर दी गई है। जिससे अब किसी अंधे व्यक्ति को रोशनी नसीब हो सकेगी।
बता दें कि रोज़ाना की तरह रविवार की सुबह भी डॉ. हर्षवर्धन अपनी मां को देखने उनके कमरे में गए थे। जहां उन्होंने अपनी मां को तकलीफ में देखा और उन्हें एम्स में ले गए फिर वहां कुछ घंटों के बाद उनका निधन हो गया। बता दें कि पिता का निधन बहुत पहले ही हो चुका है। उनके दो बेटे और एक बेटी है। डॉ हर्षवर्धन का परिवार पुरानी दिल्ली से आता है। तुर्कमान गेट के नजदीक फाटक तेलीयान में उनका परिवार रहता था। जिसके कारण उन्हें दिल्ली के कुछ खास लगाव है और वह चांदनी चौक से सांसद भी हैं।