जैसे के सभी जानते हैं बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को 2 महीने से ज़्यादा हो गया है। लोगों और परिवार वालों की मांग के चलते इस केस को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई (CBI) के हैंडओवर (Handover) कर दिया गया है और सीबीआई ने अपनी जांच शुरू भी करदी है। खबर मिली है कि इस जांच के लिए सीबीआई ने 3 टीम बनाई है और तीनों ने काम शुरू कर दिया है। खबर के मुताबिक सीबीआई के टीम आज सबसे पहले मुंबई पुलिस के उन ऑफिसर्स से पूछताछ करेगी जो इस केस को देख रहे थे। साथ ही साथ बताया जा रहा है कि सीबीआई रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) और उसके परिवार को पूछताछ के लिए समन भी भेज सकती है।
वहीं खबर ये भी है कि शुक्रवार या शनिवार को सीबीआई (CBI) की टीम क्राइम लोकेशन का रिक्रिएशन (Crime scene reconstruction ) करवाने वाली है, जिससे ये पता चल सके कि जिस वक्त सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी, उस वक्त क्या -क्या हुआ होगा? फिलहाल सीबीआई इस मामले में सभी स्टाफ से पूछताछ कर रही है और 13 जून को क्या क्या हुआ उस सबकी जानकारी हासिल कर रही है। बता दें कि बांद्रा पुलिस ने अब तक सीबीआई को सुशांत सिंह राजपूत के कपड़े, 3 मोबाइल फोन, सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और इस केस में कुल 56 बयानों का हैंडओवर सौंप दिया है।
इसके साथ साथ ही मुंबई पुलिस ने सीबीआई की टीम को फॉरेंसिक रिपोर्ट, पंचनामा रिपोर्ट, ऑटोप्सी रिपोर्ट, सुशांत का लैपटॉप, केस डायरी, कंबल, वो बेडशीट जो सुशांत के कमरे में थी, जिस हरे कपड़े से सुशांत ने फांसी लगाई, गिलास जिसमें जूस पिया जैसी तमाम चीजें भी हैंडओवर कर दी गई हैं। वहीं सीबीआई ने सुशांत के कुक नीरज को अपने हिरासत में के लिए है और पूछताछ जारी है। बता दें कि CBI सुशांत सिंह राजपूत के आवास के अंदर जाकर घर के अंदर से तमाम फोरेंसिक सबूतों (Forensic Evidence) को इकट्ठा करेगी। हालांकि, अब तक मौके से काफी फोरेंसिक सबूत नष्ट होने के आसार हैं, क्योंकि उस लोकेशन पर मुंबई पुलिस (Mumbai police ) की टीम कई बार गई है।
सूत्रों की माने तो इस मामले की तफ्तीश में मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारियों और मुख्य जांचकर्ताओं से भी सीबीआई की टीम पूछताछ कर सकती है और उनका बयान दर्ज कर सकती है, क्योंकि यह मामला काफी पेचीदा है। सुशांत के परिजनों का ये आरोप भी है की जान बूझकर कई सबूतों के साथ खिलवाड़ किया गया है। अगर ये बात जांच के दौरान सही पाई जाती है तो निश्चित ही कई पुलिस कर्मियों के खिलाफ सीबीआई कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार भी कर सकती है।