देश में अगले साल 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनाव से पहले ही सभी दल एक दूसरे को निशाना बना रहे हैं। वहीं, चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अपने साथी की भी खोज में हैं। ऐसे में खबर है कि आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी शिवसेना के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) से मुलाकात कर सकते हैं। ऐसे में बताया जा रहा है कि कांग्रेस और शिवसेना अपने गठबंधन को आगे लेकर जाना चाहती है। महाराष्ट्र में सेना-एनसीपी-कांग्रेस का गठबंधन है और पार्टी ये गठबंधन बाकी और राज्यों में भी ला सकती है।
बता दें कि अगली साल होने वाले विधानसभा चुनाव काफी चर्चा में हैं। उत्तर प्रदेश और पंजाब के चुनाव को ज्यादा महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में चुनाव के साथ साथ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के बयान पर भी चर्चा हुई। हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपीए को लेकर बयान दिया था। जिसको लेकर उनको काफी निशाना बनाया गया था। ममता ने अपने बयान में कहा था कि “क्या यूपीए?” जिसका बाद कांग्रेस द्वारा उनके ऊपर लगातार हमला किया गया था।
ममता के इस बयान पर शिवसेना ने भी अपने मुखपत्र ‘सामना’ में हमला बोला। शिवसेना ने कहा कि “कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति से दूर रखना और इसके बिना संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के समानांतर विपक्षी गठबंधन बनाना सत्तारूढ़ भाजपा और “फासीवादी” ताकतों को मजबूत करने के समान है। यह सही है कि ममता बनर्जी ने बंगाल में कांग्रेस, वामपंथी दल और बीजेपी का सफाया कर दिया है लेकिन कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति से बाहर रखना एक तरह से मौजूदा फासीवादी ताकतों को मजबूत करना ही होगा।”