दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खि’लाफ कई दिनों से विरो’ध प्रद’र्शन चल रहा है। शाहीन बाग में ध’रने पर बैठे प्रद’र्शनकारियों ने शनिवा’र शाम बाइक और कार वालों के लिए एक रास्ता खो’ल दिया है। बाद में गुट’बाजी की वजह से रास्ता बं’द कर दिया गया है। इसके बाद फिर एक गु’ट ने लोगों को थोड़ा रास्ता खो’ल दिया है। बताया जा रहा है कि प्रद’र्शनकारियों का कुछ गु’ट रास्ता खुलवाने के प’क्ष में है तो कुछ गु’ट इसके विरो’ध में है।
यह रास्ता होली फै’मिली, जामिया, ब’टला हाउस और अबुल फजल होते हुए नोएडा और फरीदाबाद जाता है। यह रास्ता आगे जाकर नोएडा की तरफ तो ब’ढ़िया है, लेकिन फरीदाबाद की तरफ जाने वाला रास्ता बेहद सं’करा है। प्रद’र्शनकारियों ने सिर्फ एक तरफ का रास्ता खोला है। हालांकि वापस जाने वाले रास्ते पर अब भी बैरि’केड लगे हैं।
डीसीपी साउथ ईस्ट के मुता’बिक कल सुबह रोड नंबर 9 को प्रद’र्शनकारियों के एक गु’ट ने खोल दिया था, लेकिन बाद में दूसरे गु’ट ने इसको बं’द कर दिया था। इसके बाद प्रद’र्शनकारियों के एक गु’ट ने फिर से रास्ते को थोड़ा सा खोल दिया है। हालांकि इस रास्ते को खोलने को लेकर प्रद’र्शनकारियों की आम सहम’ति साफ नहीं हो पाई है।
प्रद’र्शनकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वा’रा नि’युक्त किए गए वार्ता’कारों से बातचीत के बाद अबुल फजल वाले रास्ते को खो’लने का फै’सला लिया गया है। इस संबं’ध में प्रद’र्शनकारियों की दिल्ली पु’लिस से कोई बात नहीं हुई है।
इससे पहले शनिवा’र सुबह वार्ता’कार संजय हेग’ड़े और साधना रामचंद्रन शाहीन बाग पहुंचे और प्रद’र्शनकारियों से बातचीत की। वार्ता’कारों की को’शिश चौथे दिन रं’ग लाई और प्रद’र्शनकारियों ने उम्मी’द का एक रास्ता खोलने को तै’यार हो गए।