जेद्दाह: इस समय हज करने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सऊदी अरब जा रहे हैं. परन्तु कुछ लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसके पीछे तकनीकी कारण बताये जा रहे हैं. मक्का के गवर्नर ने इस बारे में जानकारी दी है कि 3,29,000 लोगों को पवित्र शहर म’क्का में घुसने से रोक लिया गया है. इतवार के रोज़ उन्होंने ये जानकारी दी.
इस बारे में मक्का के गवर्नर प्रिंस ख़ालिद अल-फ़ैसल ने जानकारी दी कि 3,29,000 से अधिक लोगों को मक्का में घुस’ने से रोक लिया गया है क्यूंकि उनके पास हज परमिट नहीं थे. 1,44,000 से अधिक गाड़ियों को परमिट न होने की वजह से शहर में घुसने नहीं दिया गया, 15 ड्राईवर गिरफ़्तार किए गए हैं. उन्हें इसलिए गिरफ़्तार किया गया है क्यूंकि वो ग़ैर-क़ानूनी ढंग से कुछ लोगों को लेकर जा रहे थे. इसके अतिरिक्त 181 बोगस हज के दफ़्तर बं’द किए गए हैं.
ये सभी जानकारी गवर्नर ने दी. आपको बता दें कि वो सुप्रीम हज समिति के चेयरमैन भी हैं. सऊदी सरकार ने बताया है कि ये फ़ैसला इसलिए लिया गया है कि हज सीज़न में किसी भी प्रकार के रश से बचा जा सके. प्रिंस ख़ालिद ने कहा कि सऊदी सरकार ने अलग-अलग सेक्टर से 3,50,000 से अधिक लोगों को हज यात्रियों की सेवा के लिए इंतज़ाम में शामिल किया है.
उन्होंने इसके अतिरिक्त कहा कि सऊदी सरकार किसी भी तरह से उन अड़चनों के लिए ज़िम्मेदार नहीं है जो क़तरी सरकार ने अपने देश के नागरिकों के लिए पैदा की हैं ताकि वो हज न कर सकें. उन्होंने कहा कि हम उन कार्यों के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं जो उन्होंने किए हैं.उन्होंने कहा कि हमने हर देश के लिए अपने दरवाज़े खोले हुए हैं..हम सबकी बराबर से सेवा करते हैं और हम सबका स्वागात पवित्र स्थान में करते हैं. उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से क़तर और सऊदी अरब के रिश्तों में भारी गिरावट महसूस की गई है.