भारत के चल रहे इस बुरे वक़्त में जहां लोग कोरोना वाय’रस के संक्रम’ण से परेशान है तो वहीं सरकार ने पेंशनधा’रकों के लिए राहत की खबर सुनाई है। राजस्थान के धौलपुर जिले में सरकार ने डोर टू डोर पेंशन की डिलीवरी का फैलसा लिया है। कोरोना वाय’रस के दौरान भी पेंशन के पैसे निकलवाने और केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को दी जाने वाली धनराशि को लेने के लिए राजस्थान में ग्रामीण इलाकों में बैंकों के सामने लोगों की कतारें लगी हैं। जिसकी वजह से धौलपुर में सरकार ने डोर टू डोर पेंशन की डिलीवरी की घोष’णा की है। और अभी तक साढ़े पांच करोड़ लोगों को पेंशन की डिलीवरी पहुंचाई जा चुकी है।
बता दें कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में सामाजिक सुरक्षा योजना की पेंशन लेने और केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से मिलने वाली धनराशि लेने के लिए लोगों की बड़ी बड़ी कतारें लग रही थीं। वहीं राजस्थान के कई और इलाकों में इसी कतारें देखी गई हैं। जिसकी वजह से कोरोना वाय’रस का संक्रम’ण बढ़ने की चुनौती सरकार के सामने आ रही है। जिसके चलते कलेक्टर राकेश जायसवाल ने इस चुनौती का हल निकाल लिया ही। उन्होंने बैंकिग कॉरस्पॉडेंट और इंडिया पोस्ट के द्वारा पेंशन की डोर-टू-डोर डिलीवरी शुरू कर दी है। इसके साथ ही 29 हज़ार लोगों तक 5.56 करोड़ की धनराशि पहुंचाई जा चुकी है।
जिला कलेक्टर राकेश जायसवाल ने बताया कि “29 हजार लोगों को 5.56 करोड़ रुपए की पेंशन राशि का भुगतान किया जा चुका है। कतारों में लगने वालों लोगों को इससे काफी राहत मिली है, वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना होने का खत’रा भी बना हुआ था जोकि डोर-टू-डोर डिलीवरी से ख़’त्म हो गया। वहीं बैंककर्मियों को भी इससे राहत मिली है।” बता दें कि धौलपुर जिला कलेक्टर ने होम डिलीवरी के लिए 455 बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट समेत 2500 लोगों की टीम बनाई है। इस फैसले से राजस्थान को ही नहीं बल्कि पूरे देश को लोगों तक पेंशन पहुंचाने का नया रास्ता दिखाया।