ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स के फाइनल में हार के साथ भारत की बेहतरीन खेल हस्तियों में से एक सानिया मिर्जा l ने अपने शानदार ग्रैंड स्लैम सफर का अंत कर दिया.
लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की ब्राजीलियाई जोड़ी ने फाइनल में सानिया और रोहन बोपन्ना की भारतीय जोड़ी को 7-6, 6-2 से हराकर अपना पहला ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब हासिल किया. खेल के समापन के बाद, सानिया ने ब्राजील की जोड़ी को बधाई दी.
जीत के लिए उनकी सराहना की लेकिन, जैसे ही उन्होंने अपनी यात्रा के बारे में बोलना शुरू किया, टेनिस स्टार अपने आंसुओं को रोक नहीं पाई.
सानिया ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के साथ अपनी ग्रैंड स्लैम यात्रा समाप्त कर देंगी. हालांकि 36 वर्षीय सानिया अपने शानदार करियर से पर्दा उठाने से पहले कुछ और इवेंट खेलने की योजना बना रही हैं.
सानिया ने कहा-
“मेरा प्रोफेशनल करियर मेलबर्न में शुरू हुआ. मैं अपने करियर को समाप्त करने के लिए इससे बेहतर नहीं सोच सकती थी” सानिया ने आगे कहा, “रॉड लेवर एरिना विशेष रहा है. कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बेटे के सामने ग्रैंड स्लैम फाइनल में खेल पाऊंगी.
यह सानिया के करियर का 11वां ग्रैंड स्लैम फाइनल था. उन्होंने कुल 43 युगल खिताब जीते हैं, जिसमें छह ग्रैंड स्लैम शामिल हैं और उन्हें महिला युगल वर्ग में 91 सप्ताह के लिए डब्ल्यूटीए नंबर 1 खिलाड़ी का स्थान भी दिया गया है. दूसरी ओर, बोपन्ना अपने चौथे ग्रैंड स्लैम फाइनल में थे, उन्होंने 2017 फ्रेंच ओपन में टिमिया बाबोस के साथ खेलते हुए एक खिताब जीता था.