आरएसएस से मुकाबला करने की तैयारी में कांग्रेस सेवा दल, आजादी के बाद…

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मौजूदा समय में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) सबसे मजबूत दल माना जाता है। लेकिन एक समय था जब इस मजबूत दल से भी बड़ा और मजबूत एक और दल था, जिसने देश को आजादी दिलाने में काफी मदद की थी। बता दें कि ये दल कांग्रेस सेवादल (Congress Seva Dal) था। 8 दिसंबर 1923 को हिंदुस्तानी सेवादल के नाम से इस दल का संगठन हुआ था। इस दल की स्थापना डॉ. नारायण सुब्बाराव हार्डिकर ने की थी। देश को आजादी दिलाने के लिए कांग्रेस सेवादल ने बड़ी भूमिका निभाई थी।

आपको बता दें कि कांग्रेस सेवादल की स्थापना के करीब 2 सालों बाद केशव बलिराम हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना की थी। लेकिन उस समय सबसे बड़ा दल कांग्रेस सेवादल था। लेकिन आजादी के बाद धीरे धीरे कांग्रेस सेवादल का नाम खत्म हो गया और अब आरएसएस इसकी जगह पूरी तरह ले चुका है। खबरों की माने तो अब एक बार फिर कांग्रेस सेवादल आरएसएस के मुकाबले में उतरने वाला है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने इस दल को मजबूत बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।

बता दें कि सेवादल को महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल के सपनों का संगठन कहा जाता है। गोरतलब हैं कि जवाहरलाल नेहरू इस दल से पहले अध्यक्ष थे। दल के फिर वापसी पर सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि “सेवादल अब नए कलेवर में नजर आएगा। सेवादल में निचले स्तर तक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। ये प्रशिक्षित सेवादल कार्यकर्ता गांव-गांव तक जाकर मोर्चा संभालेंगे।”