लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर लगभग सभी दल तैयारियों में जुट गए हैं. ऐसा लग रहा है कि इस बार विधानसभा चुनाव में सपा और भाजपा के बीच सीधी टक्कर होगी लेकिन बसपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां भी संघर्ष कर रही हैं. इन बड़ी पार्टियों के अलावा कुछ छोटे दल भी हैं जो बड़े बड़े दावे कर रहे हैं.
चर्चा असद उद्दीन ओवैसी की आल इंडिया मजलिस ए इत्तिहादुल मुस्लिमीन को लेकर भी चल रही है. AIMIM के नेता भी बड़े बड़े दावे कर रहे हैं और कोशिश में हैं कि मुस्लिम वोट उनके पक्ष में आ जाए. वहीं AIMIM का सीधा विरोध करने वाली पार्टियाँ इसे भाजपा की बी टीम बताती हैं. इस बीच ओवैसी को लेकर के बड़ा बयान किसान नेता राकेश टिकैत की ओर से भी आया है.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने ओवैसी और भाजपा की साँठगाठ पर ब्यान दिया है. उन्होंने ओवैसी को भाजपा का ‘चाचाजान’ बताया है. बागपत में एक सभा को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “बीजेपी के ‘चाचाजान’ असदुद्दीन ओवैसी अब यूपी में आ चुके हैं. सभाएं भी कर रहे हैं लेकिन अगर वो बीजेपी को गाली देंगे तो वो लोग (बीजेपी) उनके (ओवैसी) के खिलाफ केस दर्ज नहीं कराएंगे. वो सभी एक टीम का हिस्सा हैं.”
राकेश टिकैत तीन विवादित कृषि क़ानूनों का विरोध कर रहे हैं. बड़े स्तर पर देश भर में किसान आन्दोलान कर रहे हैं जिसका नेतृत्व ख़ुद राकेश टिकैत कर रहे हैं. टिकैत ने भाजपा सरकारों पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है. यही वजह है कि वह उत्तर प्रदेश में भी भाजपा के ख़िलाफ़ माहौल बनाने में विपक्ष की मदद कर रहे हैं.
मुजफ्फरनगर महापंचायत के बाद राकेश टिकैत राज्य के अलग-अलग इलाकों में जाकर बीजेपी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं और किसानों को संबोधित कर रहे हैं. टिकैत ने फिर आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार सड़कें, बंदरगाह, फैक्ट्रियां बेचने में लगी हुई है. टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि 1 जनवरी 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी कर देंगे लेकिन कुछ नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि अगर 1 जनवरी 2022 तक किसानों को अपनी फसल के दाम दोगुने नहीं मिले तो हम लोगों के बीच जाकर कहेंगे कि इस सरकार ने कुछ नहीं दिया, इसलिए हमें भी उसे वोट नहीं देना चाहिए. उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और अन्य कई सेक्युलर दल ये मानते हैं कि ओवैसी की पार्टी भाजपा से अन्दर अन्दर मिली हुई है. ये मुस्लिम वोटर्स को वर्गलाने का काम कर रही है.