पंजाब में मौजूद आम आदमी पार्टी को विश्वास प्रस्ताव पेश करना था। जिसके लिए पार्टी द्वारा विधानसभा का विशेष सत्र करने की अनुमति राज्य के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मांगी। पार्टी की मांग को कुबूल करते हुए राज्यपाल ने इस विशेष सत्र को करने की अनुमति दे दी। लेकिन अब खबर आ रही है कि बनवारीलाल पुरोहित ने अपने इस फैसले को वापस लेते हुए पंजाब सरकार को हैरान कर दिया है। जिसके खिलाफ अब पंजाब की मान सरकार आज पीस मार्च करेगी। मिली जानकारी के अनुसार आज आम आदमी पार्टी के 92 विधायक विधानसभा से लेकर राजभवन तक मार्च करेंगे।
इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं ने ट्वीट किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि “राज्यपाल कैबिनेट द्वारा बुलाए सत्र को कैसे मना कर सकते हैं? फिर तो जनतंत्र खत्म है। दो दिन पहले राज्यपाल ने सत्र की इजाज़त दी। जब ऑपरेशन लोटस फ़ेल होता लगा और संख्या पूरी नहीं हुई तो ऊपर से फ़ोन आया कि इजाज़त वापिस ले लो, आज देश में एक तरफ़ संविधान है और दूसरी तरफ़ ऑपरेशन लोटस।”
अरविंद केजरीवाल के साथ साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस मुद्दे को ट्विटर पर शेयर किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “राज्यपाल द्वारा विधानसभा ना चलने देना देश के लोकतंत्र पर बड़े सवाल पैदा करता है… अब लोकतंत्र को करोड़ों लोगों द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधि चलाएंगे या केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया हुआ एक व्यक्ति… एक तरफ भीमराव जी का संविधान और दूसरी तरफ ऑपरेशन लोटस…जनता सब देख रही है।”
बता दें कि राज्यपाल ने बृहस्पतिवार को विशेष सत्र आहूत करने के पिछले आदेश को वापस लिया। आदेश को वापस लेते हुए उन्होंने कहा कि “कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजभवन से संपर्क करने के बाद कानूनी राय मांगी गई और सदन के नियमों के अनुसार इसकी अनुमति नहीं है। विधानसभा के नियम सिर्फ सरकार के पक्ष में विश्वास मत पारित करने के लिए सत्र बुलाने की अनुमति नहीं देते हैं।”