कैदी की जेल से फूल-माला पहनाकर रिहाई, पहले कभी नहीं देखा होगा

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UP की अयोध्या की जेल में बंद एक 98 साल के कैदी को रिहा किया गया है. उनका नाम राम सूरत है. जेल के अधिकारियों ने उन्हें माला पहनाकर जेल से विदाई दी. अधिकारियों ने बताया कि राम सूरत को एक मामले में पांच साल तक जेल में रखा गया था.

रामसूरत की सजा खत्म होने के बाद जब उन्हें जेल से विदाई दी जा रही थी तो उस समय अयोध्या जेल के जिला अधीक्षक शशिकांत मिश्रा भी मौजूद थे. उत्तर प्रदेश के महानिदेशक (कारागार) ने अपने ट्विटर पर एक पोस्ट की है जिसमें जिला अधीक्षक राम सूरत के गले में फूलों की माला पहनाते दिख रहे हैं. इसके बाद वो उन्हें कहते हैं कि रामसूरत को जहां पर भी जाना है पुलिस उन्हें उनके स्थान पर छोड़कर आएगी.

98 साल के बंदी की रिहाई

जेल अधिकारियों ने रामसूरत के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें आईपीसी की धारा 452, 323 और 352 के तहत दोषी ठहराया गया था. जिसके बाद अब जब उनकी जेल की सजा खत्म हुई तो जेल कर्मचारियों ने उनकी उम्र को देखते हुए बड़े सम्मान के साथ जेल से विदाई दी. जिला अधीक्षक शशिकांत मिश्रा ने कहा कि रामसूरत को जब जेल से रिहा किया गया तो उनके घर से कोई भी उनको लेने के लिए नहीं आया. जेल अधिकारियों के मुताबिक रामसूरत को 8 अगस्त, 2022 को रिहा किया जाना था, लेकिन 20 मई, 2022 को पता चला कि वह कोविड-19 से पीड़ित हैं, तो उन्हें 90 दिनों के पैरोल पर भेज दिया गया था.