मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कल यानी 19 अगस्त को होने वाला दही-हांडी उत्सव भी सियासत में उलझता हुआ नजर आ रहा है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के चुनाव क्षेत्र में जहां अब तक शिवसेना की दही-हांडी लगती थी, इस बार उसी जांबोरी मैदान पर भाजपा की दही-हांडी लगी दिखाई देगी।
वह पिछली महाविकास आघाड़ी सरकार में पर्यावरण मंत्री भी रह चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव उन्होंने शिवसेना का गढ़ समझे जाने वाले वरली क्षेत्र से लड़ा और जीता था। इस क्षेत्र में शिवसेना का वर्चस्व माना जाता है, इसीलिए आदित्य ठाकरे को शिवसेना ने यहां से चुनाव लड़वाया था। इस समय भी न सिर्फ आदित्य ठाकरे, बल्कि शिवसेना के कई और वरिष्ठ नेता भी वरली का प्रतिनिधित्व करते हैं।
हाल ही में इस क्षेत्र के एक दिग्गज नेता सचिन अहीर को शिवसेना ने विधान परिषद में भेजा है। लेकिन दही-हांडी उत्सव स्थल को लेकर शिवसेना इस बार पिछड़ती दिखाई दे रही है। वरली के जिस जांबोरी मैदान पर अब तक शिवसेना की दही-हांडी लगती रही है, वह मैदान इस बार दही-हांडी के लिए भाजपा ने बुक कर लिया है। न सिर्फ मैदान बुक कर लिया है, बल्कि इस प्रतीकात्मक जीत को भाजपा भुनाने में भी पीछे नहीं है।
मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने एक बयान में कहा है कि जांबोरी मैदान तो झांकी है, अभी बहुत कुछ बाकी है। मुंबई में इसी साल मुंबई महानगरपालिका के चुनाव भी होने हैं। चुनावी वर्ष में राजनीतिक दल यहां के युवाओं को लुभाने के लिए बड़े पैमाने पर दही-हांडी, गणेशोत्सव व नवरात्र जैसे उत्सवों को प्रायोजित करती हैं और उन्हें आर्थिक मदद भी देती हैं। यही युवा उनके पक्ष में माहौल बनाने का काम करते हैं।
युवाओं को ही लुभाने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी दही-हांडी उत्सव में हिस्सा लेने वाले युवकों के लिए 10 लाख रुपये के बीमा की घोषणा कर दी है। ऊंची-ऊंची दही-हांडी फोड़ने के लिए हर साल युवाओं के एक-दूसरे के कंधों पर चढ़कर काफी ऊंचाई तक जाते हैं। इसमें कई बार उन्हें दुर्घटनाओं का भी शिकार होना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए ही मुख्यमंत्री ने इस बार बीमा की घोषणा की है।