गुरुपर्व के मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों को हैरान कर दिया। इस दौरान पीएम ने देशवासियों को संबोधित किया। संबोधन के दौरान पीएम ने तीनों कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने का ऐलान किया। जिसके बारे में सुनकर हर कोई हैरान है। पीएम ने कहा कि “सरकार तीनों कृषि कानून (Three Farm Laws) को वापस लेगी और आगामी संसद सत्र (Parliament Session) में इस बारे में जरूरी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।” बता दें कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले करीब एक साल से किसानों का आंदोलन चल रहा है।
कृषि कानूनों को वापस लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “हमारी सरकार लाख जतन के बावजूद किसानों के धड़े (Farmers Protest) को समझा नहीं पाई और देशवासियों से क्षमा मांगता हूं कि हमारे ही प्रयासों में कोई कमी रही होगी।” गौरतलब हैं कि अब पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का भी बयान सामने आया है। राकेश टिकैत ने आंदोलन फौरन खत्म करने से साफ इंकार कर दिया है।
भारतीय किसान यूनियन (BKU)के प्रवक्ता टिकैत ने कू पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि “आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें।” बता दें कि इससे पहले राकेश टिकैत ने आंदोलन को बढ़ाने को बात कही थी। राकेश टिकैत ने अपने एक बयान में कहा था कि अगर 26 नवंबर तक सरकार तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती तो हम आंदोलन को बढ़ा देंगे।