पीठ दर्द से राहत दिलायेंगे ये आसान तरीक़े..

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पीठ,कमर या कंधे का दर्द आज सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन चुका है। जो आमतौर पर सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है। और खासतौर पर 40 से 60 साल या उससे भी ज़्यादा की उम्र के लोग इसके ज़्यादा शिकार बनते हैं। पीठ और कमर के दर्द को दूर करने के लिए ज़मीन पर सोना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, सर्दियों में ज़मीन के ठंडे होने की वजह से परेशानी ना हो इसके लिए आप चाहे तो बिना मोटा गद्दा बिछाए बेड पर भी सो सकते हैं।

प्लास्टिक के पट्टे वाले फोल्डिंग बेड पर सोना भी आपके स्वास्थ्य के नज़रिये से अच्छा नहीं माना जा सकता है। क्योंकि यह पट्टे बेहद लचीले होते हैं। और आपके शरीर को सही पोस्चर नहीं दे पाते हैं। कमर और पीठ दर्द कारण अक्सर ग़लत बॉडी पोस्चर होता है। नर्म और मुलायम बिस्तर आपके शरीर को आराम तो पहुंचाते हैं। मगर इन पर सोने से शरीर को सही सपोर्ट नहीं मिल पाता है। और शरीर के सभी महत्वपूर्ण अंग जो आपके सीने से लेकर पेट के छोर तक मौजूद होते हैं। जिसके कारण शरीर के इस हिस्से का भार सबसे ज़्यादा होता है।

ऐसे में जब आप मुलायम बिस्तर पर सोते हैं, तब बिस्तर पर आपके शरीर का ऊपरी और निचला हिस्सा ऊपर आ जाता है। जबकि बीच का हिस्सा धंस जाता है। बता दें कि साइटिका एक प्रकार का दर्द होता है। जो नसों में दबाव की वजह से होता है। यह नस आपके कमर और हिप्स से होते हुए, आपके पैरों की तरफ जाती है। ज़मीन पर सोने से आपको साइटिका के भयंकर दर्द से छुटकारा मिल सकता है। तो वहीं बर्फ़ लगाने से मांसपेशियों में हो रही सूजन में राहत मिलती है। लेकिन अगर दर्द बहुत ज़्यादा है।

और बर्फ़ की सिकाई से कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है, तो अपनी काफ़ मांसपेशियों के ऊपर मालिश कर करें। या गर्म पैड का प्रयोग करें। इसके साथ-साथ बस खाली पेट हर सुबह लहसुन के दो से तीन कलियां खा लीजिए, इतना ही नहीं लहसुन के तेल से आप अपनी पीठ की मालिश भी कर सकते हैं। अगर आप पीठ और कमर के दर्द से छुटकारा पाना चाहते हैं। तो बस ज़मीन पर सोने की आदत को अपने जीवन का अहम हिस्सा बना लीजिए। साथ ही ज़मीन पर सोने से पहले उस पर कोई चादर या चटाई ज़रूर बिछा लें, और धूल-मिट्टी या गंदी ज़मीन पर बिल्कुल नहीं सोना चाहिए। पहले अच्छी तरह से सफाई करने के बाद ज़मीन पर दरी, चादर, या चटाई बिछा लें।और उसके बाद ही ज़मीन पर सोएं।