लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) में टूट के बाद पार्टी ने सियासी तापमान बढ़ गया है। बता दें कि चाचा (पशुपति कुमार पारस ) और भतीजे (चिराग पासवान) के बीच चल रही इस सियासी लड़ाई ने एक और नया मोड़ ले लिया है। खबर के मुताबिक चिराग पासवान पशुपति कुमार पारस को सदन का नेता चुने जाने का विरोध कर रहे हैं। इस विरोध के चलते उन्होंने आज लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी की मदद से उन्होंने अपनी बात लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला तक पहुचाई। इसके साथ ही उन्होंने अपना ही नाम सदन का नेता चुने जाने के लिए दिया।
उन्होंने चिट्ठी में लिखा कि “पशुपति पारस को संसदीय दल का नेता घोषित करना पार्टी के संविधान के खिलाफ है। इसलिए इस फैसले की समीक्षा की जाए।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “मुझे लोकसभा में संसदीय दल का नेता बनाया जाए।” बता दें कि इस बीच चिराग पासवान की सिक्योरिटी ज्यादा करदी गई है। सिक्योरिटी बढ़ने के साथ साथ पुलिस ने आज पासवान के घर के बाहर होने वाली सभी प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रद्द कर दी हैं।
जानकारी के मुताबिक चिराग पासवान के घर के बाहर दिल्ली पुलिस और एसएसबी के कर्मचारी तैनात हैं। इस बीच खबर है कि चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस भी पटना पहुंच रहे हैं। जिसके चलते अब सियासी हलचल और भी ज्यादा तेज हो गई है। इस मामले के बाद से ही बिहार में मौजूद सभी पार्टियों को बहुत बड़ा झटका लगा है। वहीं सीएम नीतीश को इससे काफी फायदा पहुंचा है।