एफएटीएफ ने शुक्रवा’र को पा’किस्तान को अगले साल फरवरी तक के लिये अपनी ‘ग्रे सूची’ में रख दिया। मनी लॉ’ड्रिंग और आतं’कवाद को धन मुहै’या कराए जाने के खि’लाफ पर्या’प्त कार्रवाई करने में इस्ला’माबाद के ना’काम रहने को लेकर यह क’दम उठाया गया है।
साथ ही एफएएटीएफ ने पा’किस्तान को चेता’वनी दी कि अगर वह लश्’कर ए तै’यबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतं’की संगठ’नों को धन देना बं’द नहीं करता तो उसको क’ड़ी कार्र’वाई का साम’ना करना होगा।
सूत्रों से पता चला है कि एफएटीएफ ने पा’किस्तान को ग्रे लिस्ट में रखा है और यह चेता’वनी भी दी कि अगर वह जून महीने तक पूरी का’र्य योजना नहीं बनाता तो उसके काम’काज पर अ’सर पड़ सकता है। पेरिस में 16 फरवरी से शुरू हुई थी एफएटीएफ की बै’ठक और आज इसका अं’तिम दिन था।
एफएटीएफ पा’किस्तान की स्थि’ति के बारे में अगले साल फरवरी में अंति’म फैसला लेगा। एफएटीएफ ने पा’किस्तान पर अपना फै’सला सार्वजनिक करते हुए वै’श्विक वि’त्तीय संस्था’नों को नोटिस दिया है कि वे फरवरी 2020 में किसी अक’स्मात स्थिति के लिये अपनी प्रणा’लियों को तैयार रखें।
बता दें कि एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी संस्था है। धन शो’धन, आतं’कवाद को धन मुहै’या कराये जाने और अन्य संब’द्ध खतरों का मुका’बला करने के लिये 1989 में इसकी स्था’पना की गई थी। पेरिस के इस निग’रानी संग’ठन ने पिछले साल जून में पाक को ग्रे सूची में रखा था और उसे एक कार्य योजना सौंप’ते हुए उसे अक्टूबर 2019 तक पूरा करने, या ईरान और उत्तर कोरिया के साथ ‘काली सूची’ में डाले जाने के जो’खिम का सामना करने को कहा गया था।