पानी को लेकर इस राज्य में आ सकता है सं’कट, रिपोर्ट्स के मुताबिक झीलों में….

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भारत में कोरो’ना वाय’रस संक्र’मण की रफ्तार तेज़ी से बढ़ती जा रही है और इसी के चलते सरकार भी देश की अर्थव्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए संक्रम’ण को रोकने की कोशिशों में लगी हुई है। भारत में सबसे ज़्यादा कोरो’ना संक्रम’ण से प्रभावित होने वाले राज्यों में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है। महाराष्ट्र में कोरो’ना वायरस अपने पैर पसारता जा रहा है। इसी के चलते दूसरी तरफ अब मुंबई में अब पानी की भी सम’स्या होने लगी है और सूत्रों के हवाले से ये पता चला है कि मुंबई को पीने के पानी की सप्लाई करने वाले सात झीलों और बांधों(DAM) में अब सिर्फ 42 दिनों का पानी बचा रह गया है। बताया जा रहा है कि हर साल मॉनसून (Monsoon) के महीने में झीलों में पानी की पूर्ति हो जाती है लेकीन इस साल मॉनसून (Monsoon) के पहले महीने में ही जितनी उम्मीद थी उससे कम बारिश होने की वजह से झीलों का पानी बढ़ा नहीं है। इसके चलते बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में पीने के पानी की कि’ल्लत (Water Crisis) का सामना करना पड़ सकता है।

सूत्रों से बताया जा रहा है कि बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) के अधिकारियों का कहना है कि अभी लोगों को इस बात को लेकर चिं’ता करने की कोई ज़रूरत नही है। लोग अभी इस मसले को लेकर पैनिक न हों बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) के अधिकारियो ने ये भी बताया कि मौसम विभाग का कहना है इस बार मॉनसून की अच्छी बारिश की संभावना है और फिर बारिश होने बाद सभी झीलों में पानी का लेवल भी बढ़ जाएगा।

बताया जा रहा कि इस बार के मुकाबले पिछली साल सातों झीलों में सामूहिक रूप से एक ही समय के दौरान 82,829 लीटर पानी (5.72%) था और उस सब झीलों के नाम कुछ इस प्रकार हैं ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, भटसा, विहार और तुलसी। लेकिन बताया जा रहा है कि नवंबर 2018 के मुकाबले में इस साल पानी का स्टॉक 13.09% से कम है और इसी के साथ साल 2018 में बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) ने पूरे मुंबई शहर में 10% पानी की कटौती भी की थी। लेकिन इस बार बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) ने पानी की कटौती का अभी कोई फैसला नही लिया है। अभी सिर्फ अच्छी बारिश के होने का इंतज़ार किया जा रहा है।
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बताया जा रहा है कि अतिरिक्त नगर आयुक्त (हाइड्रोलिक विभाग) पी. वेलरासु का कहना है कि,”भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस साल मुंबई में सामान्य बारिश की भविष्यवाणी की है। अब तक अपर वैतरणा और मध्य वैतरणा और कुछ अन्य बांधों में बारिश पिछले साल की तुलना में बेहतर हुई है। इन बांधों का जल स्तर भी पिछले साल की तुलना में अधिक हो गया है। इसलिए अब पानी की उपलब्धता को लेकर चिं’ता की कोई बात नहीं है।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर हिसाब लगया जाए तो पुरे मुंबई में एक दिन में ताक़रीबन 4,200 मिलियन लीटर पानी की जरूरत होती है, लेकिन बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) पूरे मुंबई शहर में 3,750 मिलियन लीटर पानी की सप्लाई ही कर पाता है।

बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) ने रिपोर्ट्स जारी की है उन रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर देखा जाए तो मोदक सागर में 25% पानी का स्टॉक उपलब्ध है, तानसा में 11.37%, मध्य वैतरणा में 14.23%,और भटसा में 9.72%, विहार में 22.27% और तुलसी में उपयोगी जल स्तर का 30.64% है। लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक अपर वैतरणा में कोई उपयोगी जल भंडार (WATER STOCK) नहीं बचा है और ये सब झीलें ठाणे और पालघर जिलों में स्थित हैं, लेकिन इनके जलग्रहण क्षेत्र नासिक, ठाणे और पालघर जिलों में हैं।