पाकिस्तान के इंस्टीट्यूट ऑफ लेजिस्लेटिव डेवलोपमेन्ट एंड ट्रांसपेरेंसी (पिलडेट) से संबद्ध ‘पाकिस्तान फैक्ट’ ने अपनी स्वतंत्र जांच के बाद अपनी ‘वेबसाइट’ पर लिखा कि पाकिस्तान सरकार ने 31 जुलाई को अगस्त महीने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ाए। जिसके बाद 1 लीटर पेट्रोल (एल्ट्रॉन प्रीमियम) की क़ीमत 117.83 पाकिस्तानी रुपये यानी 53.44 भारतीय रुपए तक पहुंच गई।
‘पाकिस्तान फैक्ट’ ने पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) कि आंकड़ों के हवाले से बताया कि 1 जनवरी 2006 से लेकर 1 अगस्त 2019 के पहले तक कभी भी 1 लीटर पेट्रोल की क़ीमत 117.83 रुपये तक नहीं पहुंची थी। यह क़ीमत 1 अगस्त 2019 को दर्ज की गई और ये पाकिस्तान में पेट्रोल की अब तक की सर्वाधिक दर्ज की गई क़ीमत है। जिसने पिछले 13 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
बता दें कि पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ लेजिस्लेटिव डेवलपमेंट एंड ट्रांसपेरेंसी (पिलडेट) स्वतंत्र रूप से नेताओं और मीडिया के तमाम दावों की तथ्यों के आधार पर जांच करती है, और इसी पिलडेट से संबद्ध है ‘पाकिस्तान फैक्ट’ जिसने पाकिस्तान के विपक्षी दल ‘पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी’ के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ज़रदारी के द्वारा बीते अगस्त में पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर इमरान ख़ान सरकार की आलोचना करने और साथ ही इस बात के दावे करने कि पाकिस्तान में पेट्रोल की क़ीमत अब तक के अपने सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गई है। बिलावल भुट्टो ज़रदारी के इस दावे की तमाम तथ्यों के आधार पर जांच करी। और ‘पाकिस्तान फैक्ट’ ने अपनी जांच में पाया कि बिलावल भुट्टो का दावा बिल्कुल सही है।