बिहार : नालंदा जिले में करीब 150 फीट गहरे बोरवेल में फंसे मासूम को 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. मासूम को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नालंदा के कुल गांव में जिला प्रशासन की देख-रेख में यह रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. एनडीआरएफ की टीम ने बच्चे को सुरक्षित निकाला. बच्चे को सुरक्षित निकाले जाने के बाद नालंदा के एनडीआरएफ अधिकारी रंजीत कुमार ने बताया कि बच्चा ठीक है और उसे बचा लिया गया है. उसे अभी अस्पताल भेजा गया है. हमें उसे बचाने में करीब 5 घंटे लग गए.
जानकारी के मुताबिक मासूम की उम्र 4 साल है. बच्चे का नाम शिवम बताया जा रहा है. बच्चे की मां का कहना है कि उसका बच्चा गांव के ही अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था. और वह पास ही खेत में काम कर रही थी. इसी बीच उसे पता चला कि वह खेलते-खेलते ही बोरवेल में गिर गया.
#WATCH | Bihar: The child who fell into a borewell in Kul village in Nalanda has been rescued. More details are awaited. https://t.co/G6FW8RDIJJ pic.twitter.com/KQouMHkffD
— ANI (@ANI) July 23, 2023
बच्चे के बोरवेल में गिरने की जैसे ही सूचना मिली पूरे गांव में अफरातफरी मच गई. स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया. पुलिस बल फौरन मौके पर पहुंच गया. जेसीबी मशीन मंगवाई गई. सुबह से ही बच्चे को निकालने का प्रयास किया जा रहा है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर तैनात है.मौके पर मेडिकल टीम को भी मुस्तैद कर दिया गया है. बोरवेल में ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. ताकि बच्चे की जिंदगी बचाई जा सके.
स्थानीय लोगों का कहना है कि 150 फीट गहरे बोरवेल में करीब 40 से 50 फीट पर फंसा है. गांव के लोगों का कहना है कि वह बोरवेल गांव के खेतों की सिंचाई के लिए खोदा गया था. लेकिन इस हादसे के बाद गांव वाले दूसरे बोरवोल को लेकर सतर्क हो गये हैं.
बिहार ही नहीं बल्कि देश के दूसरे कई और राज्यों में इससे पहले भी बोरवेल में बच्चों के गिरने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. हालांकि कई मामलों में बच्चों की जिंदगी बचा ली गई है लेकिन कुछ बच्चों को नहीं बचाया जा सका.