देश मे बीते दिनों से कोरोना संकट को देखते हुए देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अपने घर जा रहे प्रवासी मजदूरों को मुजफ्फरनगर में बुधवार रात में रोडवेज की अनियंत्रित बस में उन्हें कुचल दिया।ये 10 मजदूर पंजाब से अपने प्रदेश बिहार के लिए पैदल ही निकले थे, हादसे में 6 मजदूरों की मौ’त हो गई और चार गं’भीर रूप से घा’यल है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने घा’यल मजदूरों को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया परंतु हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें मेरठ अस्पताल में रेफर कर दिया है।
इस दर्दनाक घटना से आ’हत समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृ’तक मजदूरों की आत्मा को शांति देते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल उठाये।अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में कहा, “उप्र के मुजफ्फरनगर बस हादसे में प्रवासी मज़दूरों की दर्दनाक मौत पर गहरा दुख. श्रद्धांजलि! पहले ट्रेन और अब बस हा’दसा, मज़दूरों की ज़िंदगी इतनी सस्ती क्यों? ‘वंदे भारत मिशन’ में क्या देश की गरीब जनता नहीं आ सकती।इतना ऊपर भी उड़ना ठीक नहीं कि ज़मीन की सच्चाई की उपेक्षा हो जाए।
जा’नकारी के लिए आपको बता दें कि, रोडवेज बस आगरा से सहारनपुर प्रवासी मजदूरों को छोड़कर वापस आगरा लौट रही थी, मिली जा’नकारी के अनुसार बस का ड्राइवर शराब के नशे में था।और जैसे ही यह बस सहारनपुर की थाना देवबंद क्षेत्र की घलोली चेक पोस्ट को पार कर मुजफ्फरनगर जनपद की सीमा में घुसी तो टोल प्लाजा से कुछ ही दूर पहले रोडवेज बस ने इन मजदूरों को कु’चल दिया।
हालांकि उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में घटना को तुरंत संज्ञान में लेते हुए पूरी तरीके से जांच का आदेश दिया है और साथ ही साथ मृ’तक के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50हज़ार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है और इसके साथ ही बस के ड्राइवर को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया गया है।