दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक चार मंजिला इमारत आग की चपेट में आ गई। पहले तो ये आग पहले फ्लोर पर माजूद एक कंपनी के कार्यालय में लगी। लेकिन कुछ ही पलों में पूरी बिल्डिंग आग की लपटों से घिर गई। दुखद बात तो ये रही कि इस आग में बिल्डिंग के साथ साथ कई लोग भी झुलस गए। शुक्रवार शाम को आग लगी और तब से अब तक जांच जारी है। जानकारी के अनुसार आग इतनी भड़की हुई थी कि उसकी शांत करने के लिए 30 से ज्यादा दमकल गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया।
इस मामले को लेकर चीफ फायर ऑफिसर अतुल गर्ग का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि “इमारत में आने-जाने का एक ही एंट्री प्वाइंट था। बिल्डिंग के पास फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट (Safety Norms ) नहीं था और न ही उसके अंदर आग बुझाने (fire extinguisher) का कोई उपकरण मौजूद था। बिल्डिंग का कोई उचित ब्लूप्रिंट भी नहीं था। सीसीटीवी कैमरा और राउटर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के मालिक हरीश और वरुण गोयल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि बिल्डिंग का मालिक मनीष लकड़ा अभी भी फरार है। 29 लोग अभी भी लापता बताए जाते हैं।”
इस हादसे में 29 लोगों के लापता होने की बात कहीं जा रही है। वहीं, दूसरी ओर बताया जा रहा है कि अब तक 27 लोगों की मौत भी हो चुकी है। बता दें कि हादसे के समय बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर पर मोटिवेशनल स्पीच चल रही थी। जिसके कारण वहां बहुत से लोग मौजूद थे और बताया जा रहा है कि इस फ्लोर से ही सबसे ज्यादा लाशें बरामद हुई हैं। कंपनी के मालिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बिल्डिंग के मालिक की तलाश जारी है। प्रापर्टी के मालिक और उनकी कंपनी के डायरेक्टर हरीश गोयल व वरुण गोयल के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।