मुंबईः मुंबई की बेस्ट की सेवा यात्रियों की संख्या लगातार घटने का असर उसकी आमदनी पर दिखाई दिया है और बेस्ट की आय में जबर्दस्त गिरावट आई है. साल 2015-2016 साल में 905.3 करोड़ रुपये का घाटा सहन करनेवाले बेस्ट का प्रति यात्री खर्च 21.41 रुपये है जबकि आय सिर्फ 12.88 रुपये प्रति व्यक्ति हो रही है. ये जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को बेस्ट प्रशासन ने दी हैं.
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने बेस्ट प्रशासन से बेस्ट यात्री संख्या, आय और बस सेवा पर होनेवाले खर्च की जानकारी मांगी थी. बेस्ट प्रशासन ने अनिल गलगली को बताया कि साल 2015-2016 इस साल में बेस्ट की बस सेवा का फायदा लेने वाले यात्रियों की कुल संख्या 106 करोड़ 10 लाख 84 हजार हैं. बस सेवा से रु 1367.11 करोड़ रुपये की आय मिली है जबकि बस चलाने का कुल खर्च रु 2272.41 करोड़ रुपये हुआ हैं. इस तरह बेस्ट को साल 2015-16 में कुल घाटा 905.3 करोड़ रुपये का हुआ है. प्रति यात्री खर्च रु 21.41 रुपये और उसके मुकाबले आय सिर्फ रु 12.88 रुपये है. यानी हर यात्री की यात्रा पर बेस्ट बस सेवा को 8.53 रुपये का घाटा हो रहा है. दी गई जानकारी के तहत रोजाना औसतन 29 लाख 07 हजार 080 यात्री बेस्ट से यात्रा करते हैं.
बेस्ट प्रशासन ने साल 2014-15 इस दौरान विभिन्न टैक्स के तहत 139.68 करोड़ रुपये सरकार को अदा किए हैं वहीं साल 2015-16 के दौरान 136.75 करोड़ रुपये अन्य टैक्स करोड़ अदा किए हैं. बेस्ट प्रशासन ने साल 2010 से 2016 इन 7 सालों के बीच 11 बार नगर विकास, परिवहन, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल को रोड टैक्स, यात्री टैक्स ,पोषण अधिभार, मोटर वाहन टैक्स एवं रजिस्टर लाइसेंस शुल्क और मूल्यवर्धित टैक्स रद्द करने की मांग की हैं. इन मांगों पर सरकार ने आज तक कोई घास नहीं डाली हैं.
साल 2014-15 में किराया वृद्धि से बचने के लिए मुंबई मनपा ने 150 करोड़ रुपये का अनुदान दिया था लेकिन बाद में मनपा ने अपनी जिम्मेदारी झटक दी. मनपा का अनुदान के साथ विभिन्न टैक्स की माफी मिलेगी तो बेस्ट को घाटे के सौदे से बाहर निकलने में मदद ही मिलेगी, यह बताते हुए अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अलावा मनपा आयुक्त को लिखित पत्र भेजकर मांग की हैं कि आम लोगों की ऐसी ‘बेस्ट’ सेवा को संकट के समय पर सरकार और मनपा संयुक्त तौर पर मदद करे. मुंबई की सार्वजनिक यातायात व्यवस्था को मजबूती देने के लिए सरकार को स्वतंत्र फंड की व्यवस्था कर बेस्ट सेवा को अपनी ममता की छांव देने की अपील अनिल गलगली ने की हैं.