मुंबई की बेस्ट (BEST) के सामने आयी बड़ी मुसी’बत, कर्मचारियों को देना प’ड़ रहा है..

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BEST Buses

मुंबई की लाइफ़ लाइन मानी जाती हैं लोकल और सड़कों की बातें करें तो BEST से कम से कम रुपए में लम्बी दूरी की यात्रा तय कर सकते हैं। पिछले कुछ महीनों पहले ही जबसे बेस्ट के किरायों में क’मी आयी है अब नि’म्नतम किराया 5 रुपए हो गया है लेकिन किरायों में क’मी करने से बेस्ट के लिए एक नयी मुसी’बत खड़ी हो गयी है।

टिकट का न्यूनतम किराया 5-10 रुपए होने के कारण रोज़ाना बेस्ट बसों में किराए के रूप में ढेरों सिक्के मिलते हैं। जिसके कारण अब बेस्ट के दफ़्तर में क़रीब 10 करोड़ के सिक्के बो’रियों में बं’द रखे हुए हैं। यही नहीं उन्हें अपने कर्मचारियों को भी सिक्कों में वेत’न देना पड़ रहा है।बेस्ट के महाप्रबंधक सुरेंद्र कुमार बागड़े ने इस बारे में कहा “हमारी दैनिक टिक’ट बि’क्री में लगभग 70 प्रतिशत जो रुपये आते हैं, वो 10 या पांच रुपये के सिक्के होते हैं। इस हिसाब से लगभग दो करोड़ रुपये हमें सिक्कों के रूप में मिलते हैं। हमें दिन के अं’त में उनकी ग’णना करने और उन्हें बैंकों में जमा कराने में काफी कठि’नाई होती है।”

इसका समाधान निकालने के लिये बेस्ट की ओर से रिजर्व बैंक से बातचीत की जा रही है ताकि डिजिटल भुगतान का रास्ता निकाला जाए साथ ही उन्होंने ग्राहकों से भी निवे’दन किया है कि जितना हो सके वो किराए का डिजि’टल भु’गतान करें। बेस्ट प्रबंधन ने रिज़र्व बैंक से भी अपनी सम’स्या के बारे में बताया है साथ ही ये भी बताया कि उन्होंने क़रीब 13 बैंकों को सिक्के स्वी’कारने के लिए पत्र भेजे लेकिन उन्हें किसी तरह का जवा’ब नहीं मिला।