मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai Cruise Drug Case) में कई नए मोड़ आने लगे हैं। धीरे धीरे ये मामला सियासी मुद्दों से जुड़ने लगा है। इस बीच अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। हाल ही में महाराष्ट्र सरकार के कई मंत्रियों ने एनसीबी के खिलाफ बयानबाजी की थी। लेकिन अब भगोड़े केपी गोसावी के सहयोगी प्रभाकर सेल ने भी क्रूज ड्रग्स केस में एनसीबी के खिलाफ आरोप लगाया है। एक हलफनामा दाखिल करते हुए प्रभाकर सेल ने बताया कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने उन्हें एक खाली पंचनामे पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था।
उन्होंने कहा कि “मैं गोसावी के अंगरक्षक के रूप में काम करता था। छापे की रात भी मैं गोसावी के साथ था। मुझे पंचनामा के रूप में कोरे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था।” इसके साथ ही उसने एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े से अपनी जान को खतरा बताया और साथ ही उसने कहा कि उसको जब्ती की जानकारी नहीं है। बता दें कि गोसावी क्रूज जहाज पर छापेमारी और ड्रग्स की कथित बरामदगी में नौ स्वतंत्र गवाहों में से एक है।
गौरतलब हैं कि इस महीने की शुरुआत में एनसीबी ने मुंबई से गोवा जा रहे लग्जरी क्रूज पर छापा मारा था। जिसमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान (Shahrukh khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan khan) समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि आर्यन के पास ना तो कोई ड्रग्स मिली थी और ना ही कोई अन्य पदार्थ। लेकिन बाद में पूछताछ के बाद उनको जेल भेज दिया गया और इस मामले की ओर जानकारी हासिल करने के लिए एनसीबी की टीम जुट गई। इस मामले में लगातार नए मोड़ आते जा रहे हैं और लगातार लोग एनसीबी से सवाल कर रहे हैं।