नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन बीते 2 महीने से भी ज़्यादा समय से चल रहा है। ऐसे में अब काफी समय बाद पीएम मोदी ने किसानों के बीच अपनी बातें रखीं। प्रधान मंत्री ने सोमवार को राज्यसभा में भाषण देते हुए किसानों के आंदोलन का ज़िक्र किया। साथ ही उन्होंने किसानों को यकीन दिलाया की नए कृषि कानून लागू होने के बाद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) रहेगा। उन्होंने कहा कि “MSP था, MSP है और MSP हमेशा रहेगा।” पीएम के इस भाषण के बाद अब भारतीय किसान यूनियन (BKU) के दिग्गज नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने भी अपना बयान जारी किया है।
पीएम मोदी की कही हुई बात को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि “हमने कब कहा कि MSP खत्म हो रहा है। हमने कहा कि MSP पर एक कानून बनना चाहिए। अगर ऐसा कानून बनता है तो देश के सभी किसानों को इससे फायदा होगा। अभी MSP पर कोई कानून नहीं है और किसान ट्रेडर्स के हाथों लूट लिया जाता है।” बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर विवाद लगातार जारी है। इस बीच पीएम मोदी इस विरोध प्रदर्शन को भी खत्म करने की अपील की। उन्होंने कहा कि “किसान आंदोलन कर रहे हैं और यह उनका हक है लेकिन वहां बुजुर्ग बैठे हुए हैं, अच्छी बात नहीं है। उन्हें वापस ले जाइए। हम मिलकर बैठकर बात करेंगे। मैं बार-बार कह रहा हूं। हम सब मिल-बैठकर बात करने को तैयार हैं। मैं आज सदन से भी निमंत्रण देता हूं।”
अपने भाषण को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि “आप लोगों ने एफडीआई के बारे में तो सुना होगा, फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट। एक नया FDI इस बीच हमारे सामने आया है और इसका मतलब है फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी। देश को इस एफडीआई से जरूर बचना होगा।” बता दें कि किसानों के इस आंदोलन के बीच विदेशी सेलिब्रिटीज़ द्वारा समर्थन दिए जाने पर पीएम मोदी ने इस नई FDI का ज़िक्र किया। किसानों के इस आंदोलन को अब बहुत से बड़े विदेशी सेलिब्रिटीज़ का समर्थन मिल चुका है। इनमें पॉप सिंगर रिहाना, पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और पूर्व अडल्ट स्टार मिया खलीफा का नाम शामिल है।