मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट : खास है नई फिल्म नीति, इन फिल्मों की हो चुकी शूटिंग

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देहरादून: उत्तराखंड में फिल्मों की शूटिंग के लिए कई खूबसूरत लोकेशन हैं। पिछले कुछ सालों में फिल्मों की शूटिंग के लिए राज्य की बेहतरीन लोकेशन पहली पसंद बनती जा रही हैं। लगातार एक के बाद एक कई फिल्मों की शूटिंग हो रही है। राज्य बनने से पहले भी राम तेरी गंगा मैली जैसी फिल्मों की शूटिंग यहां हो चुकी है। खास बात यह है कि राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। वही वजह है कि उत्तराखंड को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवार्ड मिला है।

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उत्तराखंड को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार दिया गया। सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह पुरस्कार प्राप्त किया। पुरस्कार मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुशी जाहिर की और कहा कि यह गौरवान्वित करने वाला है।

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सूचना महानिदेशक तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड का चयन इस पुरस्कार के लिए गौरव की बात है। उत्तराखंड ने बेहद कम समय में अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए यह पुरस्कार प्राप्त किया है। यह पुरस्कार मिलने से उत्तराखंड में फिल्मों की शूटिंग को और ज्यादा प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने बताया कि फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए सीएम धामी ने कई अहम फैसले लिए। इन्हीं फैसलों के चलते राज्य में फिल्म निर्माता निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बन पाया। इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप आज उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

उन्होंने बताया कि प्रदेश की फिल्म नीति और अधिक आकर्षक बनाई जा रही है। शूटिंग के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है। शूटिंग के लिए कोई शुल्क भी नहीं लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में 1.5 करोड़ रुपये तक के अनुदान की व्यवस्था है। शूटिंग के दौरान पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। स्थानीय सिनेमाघरों में सप्ताह में एक शो क्षेत्रीय फिल्मों का अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है। जिससे फिल्म निर्माता आएंगे। उसका लाभ यह होगा कि पर्यटन को तो बढ़ावा मिलेगा ही रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे।

नीति में ये मिलेंगे लाभ

  • पर्वतीय क्षेत्रों में सिनेमाघरों व स्टूडियो में उपकरण खरीदने पर 25 प्रतिशत या अधिकतम 25 लाख का अनुदान।
  • पर्वतीय क्षेत्रों में मोबाइल थियेटर वाहन खरीदने पर 15 लाख का अनुदान।
  • फिल्म प्रशिक्षण संस्थान के लिए 25 प्रतिशत या अधिकतम 50 लाख का अनुदान।
  • स्थानीय बोली में बनने वाली फिल्मों की शूटिंग के दौरान किए गए व्यय पर 40 प्रतिशत अनुदान।
  • स्थानीय व हिंदी में सर्वाेत्तम फिल्म को 10 लाख का पुरस्कार।
  • शूटिंग के दौरान फिल्म यूनिटों को जीएमवीएन व केएमवीएन के रेस्ट हाउस में ठहरने पर 50 प्रतिशत छूट दी जाएगी।

इन फिल्मों की हुई शूटिंग

  • अपहरण और अपहरण-2।
  • कैंडी।
  • ब्रीद सीजन-2
  • द कश्मीर फाइल्स।
  • स्टूडेंट आफ द ईयर।
  • दम लगा के हईशा।
  • लक्ष्य।
  • केदारनाथ।
  • बत्ती गुल मीटर चालू।
  • कोई मिल गया।
  • वेब सीरीज द लेडी किलर।
  • कठपुतली।