देश में अनलॉक की प्रतिक्रिया शुरू होने के बाद अब सभी कामों को करने की अनुमति मिल गई है। वहीं अनुमति के चलते सभी काम लगभग शुरू भी ही चुके हैं। ऐसे में सभी ट्रेनों के चलने की भी अनुमति मिल गई है। बता दें कि आने वाले दिनों में प्राइवेट ट्रेन भी शुरू होने जा रही है। लेकिन अब इन ट्रेनों का सफर करना लोगों को काफी मेंहगा पड़ सकता है। दरअसल सरकार के आदेश के अनुसार एयरलाइंस कंपनियों की तरह प्राइवेट ट्रेनों को भी अपना किराया खुद तय करने का अधिकार मिलने जा रहा है।
भारतीय रेल बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव (Indian Rail Board Chairman VK Yadav) ने बताया कि प्राइवेट ट्रेनों को अपना किराया खुद तय करने की अनुमति होगी और साथ ही अगर उस रूट पर एसी बस या प्लेन भी चलती है तो उसको देखते हुए अपना किराया तय करने को कहा। बता दें कि इससे पहले भारत ने इस परियोजनाओं की इच्छा करने वाली कंपनियों को जुलाई में 150 ट्रेनों के चलते 109 ओरिजिन डेस्टिनेशनल पर यात्री ट्रेनें चलाने के लिए अपनी इच्छा ज़ाहिर करने को कहा था।
देश में ट्रेन चलने वाली कंपनियों के बारे में बताते हुए वीके यादव ने कहा,”एल्सटॉम, बॉम्बार्डियर इंक, जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने इन परियोजनाओं में इच्छा दिखाई है।” वहीं भारत की रेल मंत्रालय के अनुमान चलते बताया जा रहा है कि देश में इन परियोजनाओं के चलते अगले 5 साल में 7.5 बिलियन डॉलर से भी ज़्यादा निवेश कर सकते हैं। आपको बता दें कि देश में ट्रेनों का किराया हमेशा से ही राजनीतिक मुद्दों में सबसे बड़ा मुद्दा रहा है। देश में हर दिन भारी संख्या में लोग ट्रेन की यात्रा करते हैं।