देश की राजधानी दिल्ली में जल्दी ही नगर निगम चुनाव की तारीख का ऐलान होने वाला था। लेकिन भाजपा की ओर से जारी किए गए एक नोटिस के बाद फिलहाल चुनाव को रोक दिया गया है। जिसको लेकर आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बयान जारी किया है। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा, साथ ही भाजपा पर आरोप भी लगाया। केजरीवाल का कहना है कि चुनाव डेट टाले जाने के लिए इलेक्शन कमिश्नर पर दवाब बनाया गया है।
केजरीवाल ने कहा कि “मुझे नहीं पता कि स्टेट इलेक्शन कमिश्नर पर क्या प्रेशर डाला गया। क्या धमकी दी गई, अप्रैल में वह रिटायर हो रहे हैं। क्या उन्हें पोस्ट रिटायरमेंट कोई लालच दी गई.. मुझे नहीं पता.. मैं अपने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से कहना चाहता हूं कि अगर आप चुनाव टाल देंगे तो जनतंत्र कैसे बचेगा। मुझे नहीं पता आपको जो भी धमकी या लालच दिया जा रहा है, वो बाहर आकर देश को बता दीजिए।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “9 तारीख को दिल्ली चुनाव आयोग ने एक प्रेस इनविटेशन भेजा कि आज शाम 5 बजे MCD चुनावों की तारीखों का ऐलान करेगा। केंद्र सरकार ने 4 बजे चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी कि हम दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक नगर निगम बनाने जा रहे हैं। चुनाव की घोषणा न की जाए। लोग कह रहे हैं कि MCD को एक करना तो बहाना है, मकसद चुनाव टालने का है। बीजेपी को लग रहा था कि अगर दिल्ली में अभी चुनाव होगा तो आम आदमी पार्टी की लहर है, बीजेपी चुनाव हार जाएगी।”
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि “अगर हम चुनाव आयोग पर दबाव डालकर चुनाव रद्द कराते हैं, इससे चुनाव आयोग कमजोर होता है और देश कमजोर होता है। मेरी प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर निवेदन है कि चुनाव रद्द मत कराइए। क्या होगा अगर कल, लोकसभा चुनाव से पहले, वो (बीजेपी) कह दे कि वे संसदीय प्रणाली के बजाय राष्ट्रपति प्रणाली लाना चाहते हैं और संविधान में बदलाव करना चाहते हैं, इसलिए चुनाव स्थगित कर दें। क्या चुनाव स्थगित होंगे?अगर वो कहें कि वह दो राज्य को एक करना चाहते हैं तो क्या चुनाव स्थगित कर दिए जाएंगे।”