आगरा: हनिट्रैप के कई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। खुद को अंडर कवर आइएएस बताने वाली सुल्तानपुर की कल्पना मिश्रा का फेसबुक पर मित्रता के बाद शादी और ब्लैकमेलिंग का खेल कई वर्ष से चल रहा है।
वह फेसबुक पर लोगों से मित्रता करती। बातचीत के प्रभावशाली तरीके से उन्हें अपने जाल में फंसा लेती। कुछ ही समय में उनकी घनिष्ठता हासिल कर लेती कि सामने वाले के बारे में सब कुछ जान लेती थी। इसके बाद प्यार का इजहार और फिर शादी की बात करती।
राज्य कर अधिकारी नोबिल कुमार ने पुलिस को बताया कि कल्पना मिश्रा शादी का वीडियो बनाने के बाद ब्लैकमेलिंग का खेल शुरु करती थी। जाल में फंसे व्यक्ति से वह लाखों रुपये की मांग करती। समाज में प्रतिष्ठा धूमिल होने के डर से पीड़ित पुलिस के सामने नहीं आते थे। कल्पना ने उनके सामने भी खुद ही शादी का प्रस्ताव रखा था। शादी का अनुबंध पत्र तैयार किया। जिसके बाद आर्य समाज मंदिर में फेरे लिए थे।
प़ुलिस उपायुक्त से शिकायत के बाद उन्होंने पूरे मामले की जांच कराई। जिसके बाद अभियोग दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारी को बताया था। एसडीएम नोबिल कुमार ने पुलिस को बताया कल्पना मिश्रा ने एक पुलिस अधिकारी को भी इसी तरह से अपने जाल में फंसाया था। उन्हें बताया कि वह एसडीएम है। नोबिल ने पुलिस को बताया कि अधिकारी को जाल में फंसाने के मामले का वीडियो साक्ष्य के रूप में उनके पास है।
कल्पना मिश्रा इंटरनेट मीडिया एकाउंट खंगाल रही पुलिस अभियोग दर्ज करने के बाद पुलिस कल्पना मिश्रा के इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के विभिन्न एकाउंट खंगाल रही है। जिससे कि यह पता लगाया जा सके कि उसकी कितने लोगों से मित्रता है। दोस्ती, प्यार और शादी के इस खेल में उसके पीछे कोई गिरोह तो सक्रिय नहीं है। थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि कल्पना मिश्रा की तलाश की जा रही है। उसके पकड़े जाने के बाद ही पूरे मामले का पर्दाफाश किया जा सकेगा।
ये हैं पुराने मामले
- जुलाई 2021: ट्रांस यमुना इलाके में नसिंग होम संचालक डा. उमाकांत गुप्ता को हनी ट्रैप के जाल में फंसा बदमाशाें ने अगवा किया। पांच करोड़ रुपये फिरौती मांगने की तैयारी थी।
- सितंबर 2022: जयपुर हाउस के रहने वाले व्यापारी पुत्र को दिल्ली की युवती ने हनी ट्रैप का शिकार बना रकम वसूली।
- नवंबर 2022: खेरागढ़ इलाके में राजस्थान की महिला ने कई आढ़तियों को हनी ट्रैप के जाल में फंसा पांच लाख मांगे।