लॉकडाउन के दौरान अपने घर पहुंचने के लिए शख्स ने उठाया यह क़’दम, ख’र्च किए लाखों रुपए..

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भारत में कोरोना वाय’रस से संक्र’मित लोगों की संख्या में आए दिन बढ़ोतरी हो रही है। जिसको काबू में लाने के लिए सरकार ने 3 मई तक पूरे भारत को लॉकडाउन कर दिया है। लेकिन इस अचानक लॉकडाउन के कार’ण बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपने अपने घरों से दूर हैं और अपने घर जाने के लिए किसी भी हद्द को पार कर सकते हैं। ऐसी ही एक घ’टना उत्तर प्रदेश में घटी है। जहां मुंबई से इलाहाबाद पहुंचने के लिए एक शख्स ने 3 लाख रुपए ख’र्च कर दिए। बता दें कि प्रेम मुर्ती पांडे नामक शख्स ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए बताया की वह इलाहाबाद में रहते हैं और मुंबई एयरपोर्ट पर काम करते हैं। मुंबई में कोरोना वाय’रस का संक्रम’ण तेज़ी से फैलने के कार’ण वह अपने घर जाना चाहते थे। जिसके लिए उन्हें ऐसा अजीबो गरीब क़’दम उठाना पड़ा।

प्रेम मुर्ती पांडेय ने बताया कि “पहले फेज के लॉकडाउन में मैंने कैसे भी 21 दिन तो काट लिया, लेकिन जब लॉकडाउन बढ़ा दिए गए तो फिर मैंने सारी उम्मीद छोड़ दी कि अब लॉकडाउन खुलेगा। तभी मेरे दिमाग में एक तरकीब आई, क्यों न साग, सब्जी, और खाने के सामान वाले ट्रक के जरिए घर पहुंचा जाए क्योंकि यह ही ऐसी चीज हैं जिसके माध्यम से एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने की अनुमति मिल रही है। फिर क्या था उसके बाद मैंने 3 लाख रूपए खर्च किए और पहुंच गया घर।” आगे प्रेम मुर्ति पांडेय विस्तार में बताते हुए कहते हैं कि “सबसे पहले मैंने 10 हजार रुपये में 1,300 किलो तरबूज खरीदा और उसे मिनी ट्रक पर लोड कराया। फ‍िर मैंने पिंपलगांव में 40 किलोमीटर पैदल चलकर वहां प्याज के बाजार में जाकर प्याज की कीमत का जायजा लिया। और 2.32 लाख रुपये में 25,520 किलो अच्छी क्वालिटी का प्याज खरीदा। सिर्फ इतना ही नहीं मैंने छोटे ट्रक को 77,500 रुपये के भाड़े पर लिया।”

उन्होंने बताया कि जब वह मुंबई से यूपी पहुंचे तो वह ट्रैक को लेकर सीधे अपने गांव की मंडी में पहुंचे, जहां उन्होंने अपने सामान को बेचने की कोशिश की। लेकिन लोगों के कैश देने से मना करने के बाद वह अपने घर पहुंचे और सारा सामान घर पर ही उतरवा लिया। आगे उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से प्याज की कीमत में गि’रावट आई है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि लॉकडाउन के बाद सब सही हो जाएगा और उन्हें अपने माल की सही कीमत मिल जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गांव पहुंचते ही उन्होंने धूमनगंज था’ना पु’लिस को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद पुलि’स ने उनकी जांच करवाई और क्वारंटाइन होने को कहा।