सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों (Farm Bill) को लेकर लगातार किसानों का आंदोलन जारी है। बीते एक महीने से किसान दिल्ली की सरहदों पर लाखों की तादाद में मौजूद हैं और इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं। खबर है कि आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने के लिए राजस्थान में बीजेपी के सहयोगी ने पार्टी का साथ छोड़ दिया। बता दें कि एनडीए (NDA) की घटक राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (Rashtriya Loktantrik party) के संयोजक व नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने इन कानूनों का विरोध करते हुए आज एनडीए से अलग होने का फैसला कर लिया है।
इस दौरान उन्होंने शनिवार को राजस्थान के अलवर जिले में शाहजहांपुर-खेड़ा सीमा पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि “हम किसी के भी साथ नहीं खड़े होंगे, जो किसानों के खिलाफ हैं।” उन्होंने इससे पहले कहा था कि 26 दिसंबर को वह दो लाख किसानों के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर रवाना होंगे और प्रदर्शन कर रहे किसानों का साथ देंगे और इसी दिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में बने रहने के बारे में भी फैसला लिया जाएगा।
साल 2018 में राज्य चुनावों से पहले भाजपा को छोड़ कर बेनीवाल ने राजस्थान में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) की शुरुआत की थी। जिसके बाद 2019 में फिर आम चुनावों से पहले ही पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया। 2020 में कृषि कानूनों के पास होने के बाद पार्टी ने इन तीन कानूनों की आलोचना की। बता दें कि एनडीए को छोड़ने वाला सबसे नया सदस्य राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) है।