सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीनों नए कृषि कानूनों को लागू करने पर रोक लगा दी गई। इसके बावजूद भी ये प्रदर्शन जारी है। उनका कहना है कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे वे प्रदर्शन करते रहेंगे। इस मामले पर सुनवाई के दौरान किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन करने देने की मांग की गई। जिसके बाद अब गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड (Farmers Tractor Parade) को लेकर बहस जारी है। इस बीच इस मुद्दे को लेकर किसानों और पुलिस के बीच एक बैठक भी हुई जो कि अब ख़तम हो चुकी है। जिसको लेकर पुलिस ने कहा है कि आउटर रिंग रोड पर परेड निकालने से परेशानी हो सकती है।
किसानों ने कहा है कि हमारी परेड निकलनी तय है। हम दिल्ली की बाहरी रिंग रोड पर ट्रैक्टर परेड निकालेंगे और गणतंत्र दिवस समारोह में किसी भी तरह की रुकावट पैदा नहीं करेंगे। लेकिन केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस इसे लेकर बेहद परेशान हैं क्योंकि किसान नेता लगातार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने की बात कह रहे थे। बता दें कि किसानों ने दिल्ली पुलिस से 26 जनवरी को परेड के लिए लिखित परमिशन नहीं मांगी है। वहीं परेड की परमिशन के बारे में दिल्ली पुलिस ने अभी तक कुछ नहीं कहा है।
हाल ही में किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कहा था कि “जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मान लेती आंदोलन जारी रहेगा।” इसके बाद उन्होंने गणतंत्र दिवस को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि “इस बार यह ऐतिहासिक होगा। एक तरफ जवान परेड कर रहे होंगे और दूसरी तरफ किसान प्रदर्शन।” बता दें कि इससे पहले ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था। किसानों द्वारा 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के खिलाफ दायर याचिका पर कोर्ट ने कहा था कि “दिल्ली में कौन आएगा कौन नहीं ये पुलिस तय करेगी।”