ईरान ने ईराक़ में स्थित दो अमरीकी बेसेस पर बड़ा हम’ला किया है. बैलिस्टिक मिसा’इल्स से किया गया ये हम’ला ईरान का क़ासिम सुलेमानी की ह’त्या का जवाब है. ऐसा ईरान के विदेश मंत्री ने भी बयान दिया है. ईरान ने बुधवार के रोज़ दर्जनों मि’साइल्स ईराक़ में अमरीकी बेसेस पर लाँच कर दीं. अब तक इस ह;मले में जा’नमाल का क्या नुक़सान हुआ है, इसकी ख़बर नहीं मिली है.
अमरीकी रक्षा विभाग पेंटागन ने भी इस हम’ले की पुष्टि कर दी है. पेंटागन ने कहा कि ईराक़ में हमारे दो ठि’कानों पर ईरान ने हम’ला किया है. इस्ला’मिक रेवोलुशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बुधवार की सुबह अल असद और इरबिल एयरबेस पर लगातार 35 राकेट दा’गे हैं. इन दोनों ही जगह पर अमरीकी से’ना तैनात है. अमेरिकी अधिकारी के हवाले से एक अमरीकी समाचार चैनल ने बताया है कि अभी किसी के मा’रे जाने की पुष्टि नहीं है लेकिन इसका मूल्यांकन किया जा रहा है.
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के सहायक जोनाथन हॉफमैन ने इस बारे में एक बयान देते हुए कहा,”7 जनवरी को करीब 5:30 पीएम (ईएसटी) में ईरान ने ईराक़ में एक दर्जन से ज्यादा बैलिस्टिक मिसा’इलों से अमेरिकी और गठबंधन सैनिकों पर हम’ला किया।” उन्होंने कहा, “यह साफ तौर पर ज़ाहिर है कि ये मि’साइल ईरान की तरफ से दा’गे गए थे, जिनका निशा’ना इराक में अमेरिकी और गठबंधन सै’निकों के दो ठिकाने अल-असद और इरबिल थे।”
ईरान के विदेश मंत्री जावद ज़रीफ़ ने कहा कि ईरान तुलनात्मक रक्षात्मक क़दम उठाया है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के आर्टिकल 51 का हवाला देते हुए कहा कि अमरीका द्वारा उसके वरिष्ठ अधिकारीयों और नागरिकों को कायरतापूर्ण तरह से एक हमले में मा’रे जाने के बाद ये जवाबी कार्यवाई है. उन्होंने साथ ही कहा कि वो किसी तरह से युद्ध नहीं चाहते लेकिन कोई आक्रमण होता है तो वो पूरी तरह से उनका देश ख़ुद को डिफेंड करेगा.
ग़ौर तलब है कि जुमे के रोज़ बग़दाद हवाई अड्डे के बाहर सड़क पर अमरीका ने एक ड्रोन हम’ला किया था जिसमें ईरान के टॉप कमांडर क़ासिम सुलेमानी की मौ’त हो गई थी. ये ईरान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था.ईरान ने इसका बदला लेने की बात कही थी.ईराक़ ने भी अमरीका के इस हमले की कड़ी निंदा की थी.