ईरान में फं’से 250 भारतीयों पर सुप्रीम को’र्ट ने की सुनवाई, कही यह बात..

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कोरोना वाय’रस दुनिया के हर कोने में अपनी जगह बना चुका है। साथ ही ईरान कोरोना वाय’रस महामा’री से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले देशों में शामिल है। ईरान में अबतक तकरीबन तीन हजार से अधिक लोगों की मौ’त हो चुकी है। वहीं बुधवा’र को सुप्रीम कोर्ट ने ईरान में फंसे 250 भारतीयों के मामले में सुनवाई की। दरअसल लगभग 850 भारतीय शिया तीर्थ यात्रा पर ईरान गए थे। कोरोना वाय’रस के कार’ण हवाई यात्रा पर रोक लगने के बाद वह लोग ईरान में ही फंसे रह गए। जिनमें से पांच सौ से अधिक लोगों को भारत वापस लाया जा चुका है। वहीं ईरान में अभी भी 250 लोग फंसे हैं। बताया जा रहा है कि इन 250 लोगों में कोरोना वाय’रस होने की पुष्टि हुई है।

इसी मामले पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया है कि तीर्थयात्रियों को वापस ले आया गया है। याचिका दायर करने वालों की तरफ से संजय हेगडे कहते हैं कि उनके मुव्वकिल तो आ गए हैं लेकिन अभी सारे लोग वापस नहीं आए हैं। अभी भी ईरान में 250 ऐसे लोग मौजूद हैं जिनकी कोरोना वाय’रस की जांच पॉजिटिव अाई है। और वह लोग अब भी ईरान के रहमों कर्म पर है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने तुषार मेहता से पूछा कि इस मामले में क्या कदम उठाए गए। तो मेहता ने जवाब दिया कि सारे लोगों का ईरान में बेहतर इलाज किया जा रहा है। वहीं हेगड़े ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह तुषार मेहता से लोगों को वापस लाने के बारे में सवाल करें। जिसपर मेहता ने जवाब दिया कि “सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। हम एमएई के निर्ण’य की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हमारा दूतावास सभी 250 के संपर्क में है। अब ये याचिका निष्प्रभावी हो चुकी है।”

वहीं जस्टिस डीवाई चंद्रचूड ने भी बताया कि उन लोगों की वहां निगरानी की जा रही है। इसलिए यह काम सरकार पर छोड़ देना चाहिए। हेगड़े ने कहा कि “उनमें से कई को कोरोना के लक्ष’ण नहीं हैं। उन्हें उन होटलों में रहने के लिए कहा गया है जहां लक्ष’णों वाले अन्य लोगों को रोका गया है। वे इससे कोरोना वाय’रस के शिकार हो सकते हैं। इन 250 लोगों के पास वहां पैसा, दवा नहीं है। उन्हें क्यों नहीं लेह जैसी जगह पर लाया जाए?” वहीं जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि “हम भारतीय दूतावास से स्थिति की लगातार निगरानी करने, नए परीक्ष’ण करने और जब वे वापस लाए जा सकते हैं, इस पर गौर करने के आदेश देने के बारे में सोच रहे हैं।”

साथ ही जस्टिस चंद्रचूड ने यह भी कहा कि इन 250 लोगों के मामले में हम केंद्र से जल्दी से जल्दी नि’र्णय लेने के लिए कहेंगे। जैसे ही उनकी तबियत ठीक होगी वैसे ही हम उनके प्रत्यावर्तन के पक्ष में आदेश जारी करेंगे, लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह उन लोगों के हित में ही फैसला देंगे। वहीं इस मामले में केंद्र ने कहा कि “250 लोगों का कोरोना पॉजिटिव है। उनको अभी एयरलिफ्ट करके भारत नहीं लाया जा सकता। जब हालात सुध’रेंगे तो कदम उठाएंगे। भारतीय दूतावास सभी के संपर्क में है। बाकी लोगों को भारत लाया जा चुका है।” वहीं सुप्रीम कोर्ट ने ज़रूरी आदेश जारी करने को कहा।