एक गांव में जमीन के अंदर से आ रहीं आवाजें, ग्रामीण भयभीत

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मुंबई: मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए कई तरह की खबरें सामने आती रहती हैं। इनमें कई खबरें ऐसी भी होती हैं, जिनके बारे में सुनने और जानने के बाद लोग चौंक जाते हैं। ये खबरें लोगों को चौंका देती हैं। ऐसी ही एक चौंकाने वाली खबर महाराष्ट्र के लातूर जिले के एक गांव हसोरी में पिछले कुछ दिनों से जमीन के अंदर से आ रही आवाजों के कारण ग्रामीण भयभीत हैं। हालांकि भूगर्भशास्त्रियों ने किसी प्रकार के भूकंप की आशंका से इनकार किया है। यहां के ग्रामीण पिछले 15 दिनों में चार बार जमीन के नीचे से आजावें आने की बात कह रहे हैं।

लातूर के निलंगा तालुका के हसोरी गांव में पिछले 15 दिनों में चार बार जमीन के नीचे से आवाजें आने की बात कही जा रही है। इससे ग्रामीण इतने भयभीत हैं कि वे रात को घर के अंदर सो भी नहीं पा रहे हैं। लातूर की भूकंप वेधशाला के प्रभारी किशोर सिंह परदेशी के अनुसार, गत छह और आठ सितंबर को जमीन के अंदर से गड़गड़ाहट की आवाज आई थी।

लेकिन, यह किसी तरह का भूकंप नहीं था। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी गांव का दौरा कर ग्रामवासियों को आश्वस्त करने की कोशिश की है कि किसी भूगर्भीय हलचल के कारण इस प्रकार की आवाजें आ रही होंगी, लेकिन भूकंप के कोई संकेत फिलहाल नहीं मिले हैं। फिर भी यहां के ग्रामीण पिछले कुछ दिनों से काफी भयभीत हैं।

1993 में गणपति विसर्जन की अगली सुबह ही लातूर और उसके पड़ोसी जिले उस्मानाबाद में बड़ा भूकंप आया था। इस भूकंप की चपेट में आने से करीब सात हजार लोग मारे गए थे। उस समय लातूर के जिस किल्लारी गांव को भूकंप से सर्वाधिक नुकसान हुआ था, वह इस हसोरी गांव से सिर्फ 28 किलोमीटर दूर है। हसोरी के लोगों ने करीब 30 साल पहले के उस भूकंप की विभीषिका देखी है। इसलिए वे जमीन के नीचे से आ रही आवाजों से और भयभीत हो रहे हैं।