श्रद्धा वालकर की हत्या करने वाले आफताब पूनावाला हमले के दौरान हिंदू सेना के कार्यकर्ता दस मिनट के लिए आफताब को उन्हें सौंपने की मांग कर रहे थे।
उनका कहना था कि आफताब ने उनकी बहन श्रद्धा के 35 टुकड़े किए थे, अब वह उसके 70 टुकड़े कर देंगे। उनसे जब पूछा गया कि तलवार कहां से लेकर आए तो उन्होंने बताया कि वह एक गुरुद्वारे से तलवारें लेकर आए हैं। तलवारें ही नहीं, वह बंदूकें भी लाएंगे।
आफताब अमीन पूनावाला को लेकर जा रही पुलिस वैन पर सोमवार शाम को तलवारों से लैस लोगों द्वारा हमला किया जाना पुलिस की बड़ी विफलता मानी जा रही है। हमलावर एफएसएल लैब के बाहर हमले के लिए दिनभर घात लगाए टहलते रहे, लेकिन पुलिस के खुफिया तंत्र को इसकी भनक तक नहीं लगी।