कल मंगलवार में दिन कांग्रेस ने अपने जम्मू-कश्मीर संगठन को और भी बेहतर बनाने के लिए कुछ बदलाव किए। लेकिन ऐसा करना कांग्रेस को भरी पड़ गया। मिली जानकारी के अनुसार इस बदलाव के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि मंगलवार को ही कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन कुछ ही घंटों बाद खबर आई कि उन्होंने इस पद से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया है। हालांकि इस बीच इसका कोई कारण सामने नहीं आया है।
अभी किसी को भी नहीं पता उनके इस फैसले के पीछे की क्या वजह रही है। लेकिन उनके इस्तीफे के बाद पूरे जम्मू कश्मीर की राजनीति में हलचल मच गई है। सूत्रों के मुताबिक गुलाम नबी आजाद के करीबी वकार रसूल वानी को कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर इकाई के नए अध्यक्ष के तौर पर चुना गया था। इसके साथ ही पार्टी ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपी गई। लेकिन उन्होंने कुछ ही देर में इस पद से इस्तीफा दे दिया।
बताया जा रहा है कि इस दौरान कांग्रेस ने सात और समितियों का भी गठन किया था। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसको लेकर एक बयान भी जारी किया है। उन्होंने कहा कि “सोनिया ने गुलाम अहमद मीर का प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया और उनके स्थान पर रसूल वानी को अध्यक्ष नियुक्त किया है। आजाद के करीबी माने जाने वाले वानी प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और बानिहाल से विधायक रह चुके हैं।”