हल्द्वानी : 38 साल पहले सियाचिन में शहीद हुए लांसनायक चंद्रशेखर का पार्थिव शरीर पहले 16 अगस्त को उनके घर पहुंचने वाला था। लेकिन, खराब मौसम के कारण नहीं लाया जा सका। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार लेह-लद्दाख में मौसम सामान्य होते ही पार्थिव शरीर को हल्द्वानी लाया जाएगा।
जानकरी के अनुसार पार्थिव शरीर आज हल्द्वानी पहुँच जाएगा। द्वाराहाट अल्मोड़ा के हाथीगुर बिंता निवासी चंद्रशेखर हर्बोला 19-कुमाऊं रेजीमेंट में लांसनायक थे। मई 1984 में सियाचिन में पेट्रोलिंग के दौरान 20 सैनिकों की टुकड़ी ग्लेशियर की चपेट में आ गई थी।
इनमें लांसनायक चंद्रशेखर हर्बोला समेत किसी भी सैनिक के बचने की उम्मीद नहीं रही। शहीद चंद्रशेखर का पार्थिव मिलने की सूचना पर 38 साल पुराना दर्द एक बार फिर उनके परिजनों की आंखों में उतर आया।