अक्सर कई ऐसे लोग मिलते हैं जिनके भरोसे किए गए काम से हम मुश्कि’लों में फँ’स जाते हैं कुछ ऐसा ही हुआ भारत की एक युवती के साथ जो पाकि’स्तान के एक यु’वक के बह’कावे में आकर अपना घ’र छोड़कर पहुँच गयी दुब’ई ये कहना है उस युवती के परिवार वालों का। सूत्रों से प्राप्त एक ख़’बर के अनुसार मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र की रामनगर निवासी शिक्षिका 7 नवंबर को घर से अपना पासपोर्ट लेकर ला’पता हो गई थी। घरवालों द्वारा शिक्षिका की गु’मशु’दगी द’र्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने जान’कारी जुटा’ना शुरू किया।
जिसमें पता चला कि शिक्षिका अपनी म’र्ज़ी से दुबई गई है। और उसके दुबई जाने के फ़ैसले में मुख्य भूमिका निभाने वाला एक पाकि’स्तानी युवक है, जिसके बह’कावे में आकर शिक्षिका टूरिस्ट वीज़ा पर दुबई गई थी। पुलिस की जां’च प;ड़ताल में यह जान’कारी सामने आ रही है कि पाकि;स्तानी युवक नदी’म इ;क़बाल काफी दिनों से शि’क्षिका के संप”र्क में था। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का रहने वाला नदीम इक़’बाल होटल मैने’जमेंट का को’र्स करने के लिए दुबई में है। हालांकि, ट्विटर पर दी गई जान’कारी के अनुसार नदीम दुबई की एक कंपनी में इलेक्ट्रिक का काम कर रहा है।
पुलिस को भारतीय दू’तावास से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार शिक्षिका टूरिस्ट वीज़ा पर दुबई गई है, जिसे वह दुबई के नियमा’नुसार कंपनी के अधिकारी के हस्ताक्षर पर टूरि’स्ट वीज़ा को कभी भी वर्किंग वीज़ा में बदल सकती है। उधर शिक्षिका के परिवार का कहना है कि उसकी उम्र 18 साल 2 महीने है। इस उम्र में शिक्षिका को दुबई का वीज़ा नहीं दिया जा सकता था। इस कारण शिक्षिका ने वीज़ा लेने के लिए अपनी उम्र ज़्यादा लिखवा कर दुबई का टूरिस्ट वीज़ा हासिल किया।
पुलिस जां’च में पता चला है कि शिक्षिका काफी समय से नदीम के साथ प्ला’निंग कर रही थी। एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि शिक्षिका से विदेश मंत्रालय संपर्क कर रहा है और पुलिस की तरफ से शिक्षिका की गु’मशु’दगी की रि’पोर्ट दुबई के भारतीय दूतावास को भेज दी गई है। परिवार युवती को वापस बुलाने के लिए तत्पर है।