नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को आखिरकार बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। भारत से करीब 7033 किलोमीटर दूर, पश्चिम यूरोप के एंटवर्प शहर में छिपा बैठा था यह 65 वर्षीय भगोड़ा, जो अब भारतीय एजेंसियों की पकड़ में है। CBI सूत्रों के अनुसार, बेल्जियम पुलिस ने 12 अप्रैल को उसे हिरासत में लिया।
चोकसी अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ बेल्जियम के एंटवर्प में निवास कार्ड के ज़रिए रह रहा था। ईडी और सीबीआई को इस बात की पक्की जानकारी मिली थी कि वह बेल्जियम में है, जिसके बाद दोनों एजेंसियों ने वहां की पुलिस के साथ संपर्क साधा और पुख़्ता सबूत साझा किए।
जनवरी 2018 में, PNB से 13,850 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आने से पहले ही मेहुल चोकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी भारत से भाग गए थे। नीरव मोदी अभी ब्रिटेन की जेल में बंद है, जबकि चोकसी कई देशों में भटकता रहा — एंटीगुआ, डोमिनिका… और अब बेल्जियम में पकड़ा गया।
चोकसी की गिरफ्तारी के लिए भारत ने 2018 और 2021 में जारी दो ओपन-एंडेड गिरफ्तारी वारंट बेल्जियम को भेजे थे। इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस पहले ही हट चुका था, इसलिए अब भारत प्रत्यर्पण प्रक्रिया के जरिए उसे वापस लाने की कोशिश में जुटा है।
सूत्रों की मानें तो भारत सरकार चोकसी को जल्द से जल्द स्वदेश लाना चाहती है। हालांकि, बेल्जियम की अदालतों में कानूनी प्रक्रिया और अपीलें इस पर अड़चन डाल सकती हैं। बताया जा रहा है कि चोकसी खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर जमानत की मांग कर सकता है।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी से ठीक पहले वह स्विट्जरलैंड भागने की योजना बना रहा था, मगर समय रहते बेल्जियम पुलिस ने उसे धर दबोचा। अब दोनों देशों की एजेंसियां मिलकर प्रत्यर्पण की कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने में लगी हुई हैं।