दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शनिवार तड़के एक दर्दनाक हादसा हो गया, जहां एक इमारत गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। राहत-बचाव दल ने अब तक मलबे से 14 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है, जबकि एक व्यक्ति मलबे में जीवित मिला है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, दिल्ली पुलिस और स्थानीय प्रशासन की करीब 100 सदस्यीय टीम तैनात है, साथ ही लगभग 150 स्थानीय लोग भी मदद में जुटे हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हादसे पर गहरी संवेदना जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि “मुस्तफाबाद की घटना से मन अत्यंत व्यथित है। राहत कार्यों में DDMA, NDRF और DFS समेत सभी एजेंसियां लगातार काम कर रही हैं। घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है।”
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “मुस्तफाबाद में बिल्डिंग गिरने की घटना बेहद दुखद है। जो लोग अपनों को खो चुके हैं, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। पार्टी कार्यकर्ता प्रशासन के राहत कार्यों में सहयोग करें।”
डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल के अनुसार, उन्हें सुबह करीब 2:50 बजे सूचना मिली, जिसके बाद टीमें मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि भारी बारिश और तेज आंधी के चलते इमारत गिरने की आशंका जताई जा रही है।
दिल्ली में शुक्रवार रात मौसम में अचानक आए बदलाव—धूल भरी आंधी और तेज बारिश—के कारण शहर के अन्य इलाकों से भी इमारतों के गिरने की खबरें सामने आई हैं। इससे पहले, बीते हफ्ते मधु विहार में एक निर्माणाधीन इमारत की दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत और दो अन्य घायल हो गए थे।