चेन्नई के मैदान पर चल रहा भारत और इंग्लैंड का दूसरा मैच भी अब खत्म हो चुका है। इस बीच भारत ने इंग्लैंड को 317 रनों से हराया। ऐसा पहली बार हुआ है जब इंग्लैंड भारत से इतने ज़्यादा रनों से हरा है। इससे पहले साल 1986 में भारत ने इंग्लैंड को 279 रनों से हराया था। 317 रनों से हरा कर भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ सबसे बड़ी जीत दर्ज ली है। इतने ज़्यादा रनों से ये भारत की पांचवीं जीत है। इससे पहले भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 337, न्यूजीलैंड को 321, ऑस्ट्रेेलिया को 320 और वेस्टइंडीज को 318 रनों से मात दी थी।
इस जीत के बाद ही अब भारत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) की रैंकिंग में दूसरे स्थान पर आ गया है। कुल 460 अंक के साथ अब भारत न्यूजीलैंड (New Zealand) से ऊपर आ गया है। भारत ने इस जीत से सीरीज में बराबरी कर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को बनाए रखा। इसके लिए उसे सीरीज में अब कम से कम 2-1 से जीत दर्ज करनी होगी। बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा मैच अहमदाबाद के सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम में 24 फरवरी से खेला जाएगा।
टीम इंडिया की इस जीत में अहम भूमिका निभाई स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने, जिन्होंने अपने घरेलू मैदान पर शतक जड़ने के साथ साथ 8 विकेट भी लिए। उनके साथ साथ डेब्यू मैच खेल रहे अक्षर पटेल ने भी 7 विकेट लिए। डेब्यू मैच में पांच विकेट हॉल लेने वाले छठें भारतीय स्पिनर बने। हालांकि उनसे पहले भी कई खिलाड़ी ये कारनामा कर चुके हैं। इनमें अश्विन, अमित मिश्रा, नरेंद्र हिरवानी, दिलीप दोषी और वमन कुमार का नाम शामिल है।