112 साल की उ’म्र वाले एक व्यक्ति को दुनिया के सबसे बुजु’र्ग यानि सबसे ज्यादा उम्र वाला इंसा’न घो’षित किया गया है। ये चित्सटू वानाबे है जिनकी उम्र 112 साल है।
चित्सटू वानाबे का जन्म 5 मार्च 1907 को हुआ था और अब उनकी उम्र 112 साल हो चुकी है। उनका जन्म एक नर्सिं’ग होम में हुआ था। पांच बच्चों की शादी करने वाले वानाबे ने कहा कि उनकी दीर्घा’यु का रह’स्य “गु’स्सा न करना और अपने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखना है।” इससे पहले यह खि’ताब जापान के ही रहने वाले Masazo Nonaka के नाम था जिनका 112 साल की उम्र मे नि’धन हो गया था।
जापान के निवासी चित्सटू, 8 बच्चों के पिता पेशे से किसान हैं। उनके परिवा’र के सद’स्यों का कहना है कि वे कभी ना’राज नहीं होते हैं और न ही तेज आवाज़ में बात करते हैं। हमेशा मुस्कुराते रहते हैं। परिवा’र के लोग बताते हैं कि एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन के बाद वह ताइवान चले गए और गन्ना बागान में काम करने लगे। यहां वह बच्चों और पत्नी के साथ 18 साल रहे।
इसके बाद द्वितीय विश्व यु’द्ध में सेना में काम भी किया। इसके बाद वे नीगाता लौट आए और सरकारी ऑफिस में रिटायरमेंट तक काम किया। इस दौरान वे अपने फॉर्म में सब्जियां और फल उगाते थे। अब आराम करते हैं। घरवालों का कहना है कि चित्सटू बहुत ही मेह’नती इंसान हैं।
सबसे बुजु’र्ग जीवित व्यक्ति का खि’ताब भी जापान के नाम ही है। 117 वर्षीय महिला, केन तनाका को इस खि’ताब से नवा’जा गया। गिनीज वर्ड रिकार्ड के अनु’सार, सबसे पुराना सत्यापित व्यक्ति – फ्रांस का जीन लुईस कैलम था, जिसकी 1997 में 122 वर्ष की आयु में मृ’त्यु हो गई थी।