कोरोना की रोकथाम के लिए PM मोदी का बड़ा कदम, भारत में होगा दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन…

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दुनियाभर में देशों में अब कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन के मामले देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में लोगों को अब इसका दर भी सताने लगा है। वैज्ञानिकों के अनुसार ये वायरस पहले वाले से 70 फीसदी तक ज़्यादा संक्रामक है। बढ़ते नए कोरोनावायरस स्ट्रेन के संकट के बीच राहत भरी खबर सामने आ रही है। बता दें कि भारत में बनाई गई दो कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। DCGI की ओर से covaxin और covishield को इस्तेमाल में लाने की अनुमति दी जा चुकी है। जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने देश के वैज्ञानिकों और तकनीशियनों की तारीफ की।

साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में कोरोनावायरस को काबू में लाने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कैंपेन शुरू होने वाला है। उन्होंने कहा कि “भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होगा। इसके लिए, देश को अपने वैज्ञानिकों और तकनीशियनों के योगदान पर गर्व है।” राष्ट्रीय माप पद्धति सम्मेलन के दौरान वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “किसी भी प्रोडेक्ट की क्वालिटी उसकी क्वांटीटी जितनी ही महत्वपूर्ण है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाने के साथ-साथ हमारे मानक भी ऊंचे होने चाहिए।”
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बता दें कि कोरोनावायरस के इस दौर में सोमवार के दिन भारत के औषधि नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई। जिसके बाद अब देश भर में टीकाकरण के रास्ते खुल चुके हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने पूरे देश के लोगों को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि “अब कोरोना वैक्सीन को लेकर इंतज़ार ख़तम हुआ। सीरम इंस्टीटयूट और भारत बायोटेक की वैक्सीन को DCGI की मंजूरी मिलने के बाद कोरोना मुक्त राष्ट्र होने का रास्ता साफ हो गया है।”