कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर सबकी चिंताएं बढ़ी हुई हैं। इस दौरान कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। जिसमें से एक राज्य दिल्ली भी है। दिल्ली में बढ़ते कोरोना को देख सीएम अरविंद केजरीवाल की भी परेशानियों में इजाफा हो गया है। बढ़ते संकट के साथ केजरीवाल की भी जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं। बता दें कि आज बढ़ते संकट को देखते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। जिसमें उन्होंने दिल्ली के बिगड़ते हालात पर चर्चा की है। इस दौरान उन्होंने बताया की राज्य में 24 घंटे में अब तक के सबसे ज्यादा कोरोना के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटों में कोरोना के 10732 नए मामले सामने आए हैं। जो की एक चिंता का विषय है। क्योंकि इससे पहले नवंबर में सबसे ज्यादा मरीज रिकॉर्ड हुए थे। केजरीवाल ने कहा कि “दिल्ली में यह चौथी लहर है, इससे पहले हमने सभी लहरों का बहुत अच्छे से मुकाबला किया और सब ठीक हो गया। मार्च के मध्य तक 200 से भी कम मामले रोजाना आने शुरू हो गए थे। और कल के 24 घंटे की जो रिपोर्ट अभी शाम को जारी होगी उसके मुताबिक पिछले 24 घंटे में 10732 मामले सामने आए हैं।”
सीएम केजरीवाल ने कहा कि “इस वक़्त का पीक नवंबर से भी खतरनाक है, हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते हैं लेकिन कल सरकार ने मजबूरी में कुछ पाबंदियों के आदेश दिए हैं। जैसे बसे अब 50% क्षमता के साथ चलेंगे मेट्रो में भी 50% क्षमता के साथ चलेंगे और बार और रेस्टोरेंट भी 50% क्षमता के साथ चलेंगे। हम इस समय तीन स्तर पर काम कर रहे हैं। पहला, कैसे कोरोना को फैलने से रोका जाए, इसमें सरकार अकेले कुछ नहीं कर सकती आप लोगों का सहयोग चाहिए जैसे पहले आपने सहयोग किया। कोरोना के नियमों का पालन करना। मास्क पहने, देह से दूरी बनाए और हाथ धोते रहें। घर से बाहर तभी निकले जब बहुत जरूरी हो।”