देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार संक्रमण को रोकने के लिए कई फैसले ले रही है। हाल ही में दिल्ली सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू लागू किया था। जिसके बाद कल दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की बैठक के बाद दिल्ली में दिल्ली में रेस्टोरेंट और बार बंद करने का फैसला किया गया था। हालांकि लोगों को खाना पैक कराके ले जाने की इजाजत है। इस फैसले के बाद आज एक और बड़ा फैसला लिया गया है। बता दें कि कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए राजधानी दिल्ली के सभी प्राइवेट दफ्तरों को भौतिक रूप से बंद रखा जाएगा।
अब दिल्ली के निजी दफ्तरों के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम (WFH) में काम करेंगे। मंगलवार को DDMA द्वारा इस फैसले को जारी किया गया। आदेश सुनाते हुए कहा गया कि “कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली में छूट प्राप्त श्रेणी में आने वाले कार्यालयों को छोड़कर सभी निजी दफ्तर बंद रहेंगे।” वहीं, दूसरी ओर कोरोना पर चर्चा करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि “दिल्ली में कोविड-19 एक या दो दिन में अपने पीक पर पहुंच जाएगा, इसके बाद संक्रमण के मामलों में कमी देखने को मिलेगी।”
बता दें कि दिल्ली में रोजाना कोरोना वायरस के हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटों में भी कोरोना के 19,166 नए मामले सामने आए हैं। गौरतलब हैं कि ये मामले रविवार को दर्ज हुए मामलों से कम हैं। इस समय पॉजिटिविटी रेट भी लगातार बढ़ता जा रहा है। मौजूदा समय में पॉजिटिविटी रेट 25 प्रतिशत है।