त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद वहाँ लगी लेनिन की मूर्ति को बुलडोजर से ढहा दिया गया था। तब से देश भर में मूर्तियां तोड़ने की राजनीति का सिलसिला चल पड़ा है। त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के बाद तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी गई। उसके बाद दक्षिण कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति पर काली स्याही फेंके जाने की घटना सामने आई थी। अब केरल के थालीपराम्बा में महात्मा गांधी की मूर्ति पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया है। मूर्ति के चश्मे को तोड़ दिया गया है।
तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में मंगलवार रात को त्रिपट्टुर कोर्पोरेशन के ऑफिस में रखी हुई पेरियार की मूर्ति को तोड़ने की कोशिश की गई थी। घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से एक का संबंध भाजपा से बताया जा रहा है। मेरठ में संविधान निर्माता भीम राव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने की घटना सामने आई थी। यहां मवाना क्षेत्र के एक गांव में अंबेडकर की मूर्ति तोड़कर हिंसा फैलाने की कोशिश की गई। असामाजिक तत्वों द्वारा मूर्ति खंडित करने की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। उधर, दलितों में भी इसको लेकर आक्रोश पैदा हो गया था। बताया गया कि करीब छह महीने पहले भी इसी मूर्ति को तोड़कर हिंसा फैलाने की कोशिश की गई थी। हालांकि उस दौरान भी पुलिस ने लोगों को समझाकर मामला शांत करा दिया था।
पूर्वोत्तर के राज्यों में चुनाव नतीजे आने के बाद देश भर में मूर्ति तोड़े जाने के चल पड़े सिलसिले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इस मामले में गृह मंत्रालय से भी बात की है और कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।